5 महीने से तबादला चाह रहे थे सागर एसपी
अब डेपुटेशन पर दिल्ली जा सकते हैं अभिषेक तिवारी
भोपाल । सागर के शाहपुर में हरदौल मंदिर के पास मकान की दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई थी। मामले में एसपी अभिषेक तिवारी, कलेक्टर दीपक आर्य और एसडीएम संदीप सिंह को हटा दिया गया। सागर एसपी का प्रभार एडिशनल एसपी डॉ. संजीव उइके के पास है। खास बात यह है कि हटाए गए एसपी अभिषेक तिवारी पिछले 15 दिन से विदेश में छुट्टी मना रहे हैं। वे पिछले 5 महीने से तबादला चाह रहे थे। केंद्र में प्रतिनियुक्ति होने के बावजूद डॉ. मोहन यादव सरकार उन्हें रिलीव नहीं कर रही थी। अब वे डेपुटेशन पर दिल्ली जा सकते हैं।
साल 2013 बैच के आईपीएस अभिषेक तिवारी को मार्च 2024 में नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (एनटीआरओ) में प्रतिनियुक्ति मिल गई थी। लेकिन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें गृह विभाग ने रिलीव नहीं किया। चुनाव के बाद उन्होंने फिर प्रयास किए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब सागर में हुए हादसे के बाद उन्हें रविवार देर रात पद से हटाकर पुलिस मुख्यालय भेजा गया है। सख्ती के नाम पर लिए गए निर्णय के बाद तिवारी के प्रतिनियुक्ति पर जाने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। वे सरकार से अनुमति लेकर 15 दिन से परिवार के साथ निजी यात्रा पर अमेरिका में हैं। जल्द ही भोपाल लौटने वाले हैं। सरकार ने 27 जुलाई से 8 अगस्त तक उनकी छुट्टी अप्रूव की है।
तिवारी को मिल चुका है राष्ट्रपति वीरता पदक
एसपी अभिषेक तिवारी प्रदेश के उन चुनिंदा अफसरों में शामिल हैं, जिन्हें राष्ट्रपति वीरता पदक मिल चुका है। वे जब बालाघाट जिले के एसपी थे, तब 2019 और 2020 में नक्सलियों को मार गिराया था। इस पर उन्हें यह पदक दिया गया था। बालाघाट के बाद तिवारी रतलाम जिले के एसपी बने थे। रतलाम में कुछ समय रहने के बाद उनका तबादला सागर कर दिया गया। वे पिछले साल मार्च से यहां पदस्थ थे।
रायसेन में तीन साल पूरे करने वाले थे सहवाल
दूसरी ओर, सागर के नए एसपी बने 2014 बैच के आईपीएस अफसर विकास कुमार सहवाल रायसेन में एक महीने बाद तीन साल पूरे करने वाले थे। वे सबसे लंबे समय से एक ही जिले में पदस्थ रहने वाले चुनिंदा अफसरों में शामिल थे। 4 सितंबर 2021 को रायसेन एसपी बनकर आए थे। सितंबर में तीन साल पूरे होने से पहले तबादला किया ही जाना था।