ब्यूटी सैलून पर तालिबान ने कहा- ऐसी सेवाएं इस्लाम में हराम है
इस्लामाबाद । तालिबान अफगानिस्तान में महिलाओं के ब्यूटी सैलून पर प्रतिबंध की वजह बताई है। उसने कहा है कि ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि ये ऐसी सेवाएं देते हैं जो इस्लाम में हराम हैं। साथ ही विवाह के दौरान दूल्हे के परिवार के लिए यह आर्थिक परेशानी का कारण भी बनते हैं। तालिबान का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब कुछ दिन पहले ही उसने इस बात की पुष्टि की थी उसने देश में इस तरह के सभी सैलून को अपना करोबार समेटने और दुकान बंद करने के लिए एक महीने का वक्त दिया है। गुरुवार को एक वीडियो क्लिप में तालिबान शासित धार्मिक मामलों के वर्चु एंड वाइस मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक अकिफ महजर ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने ऐसे कई सैलून को सूचीबद्ध किया और कहा कि भवों को आकार देना, मेकअप का इस्तेमाल करना, किसी महिला के प्राकृतिक बालों को बढ़ाने के लिए दूसरों के बाल का इस्तेमाल करना इस्लाम के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि ब्यूटी सैलून विवाह के दौरान दूल्हे के परिवार के लिए आर्थिक परेशानी का कारण बनते हैं क्योंकि यहां दुल्हन के मेकअप का खर्चा दूल्हे के परिवार को उठाना होता है। तालिबान के इस फरमान पर अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों ने महिला उद्यमियों पर इसके प्रभाव को लेकर चिंता जताई है। अफगान महिलाओं एवं लड़कियों की आजादी और उनके अधिकारों पर पाबंदी लगाने वाला यह हालिया फैसला है। इससे पहले तालिबान महिलाओं एवं लड़कियों की शिक्षा, सार्वजनिक स्थान पर जाने और रोजगार के अधिकतर तरीकों पर पाबंदी लगा चुका है।