हाईटेक हुआ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ
भोपाल। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के कार्यकर्ता अब हाईटेक हो गए हैं। दरअसल, सोशल मीडिया के इस दौर में अपनी बातों को एक-दूसरे के पास आसानी से पहुंचाने के लिए संघ ने अपने पदाधिकरियों को आईफोन और टेबलेट दे दिए, जिससें वे नए जमाने के साथ कदम ताल मिला सकें। संघ ने अपने सभी अनुशांगिक संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को आज के जमाने के साथ चलने की नसीहत देते हुए उन्हें आईफोन और टेबलेट उपयोग करने को कहा है। इस हाईटेक व्यवस्था का सबसे बड़ा कारण संघ के पदाधिकारियों को देश और समाज से जुडऩे की नई व्यवस्था है।
बताया जा रहा है की भाजपा की तर्ज पर आरएसएस खुद का आईटी सेल बनाने जा रहा है। इसके तहत एक-एक स्वंयसेवक सोशल मीडिया से जुड़ेगा और दमदार तरीके से अपनी बात रखेगा। अभी तक आमतौर पर संघ और स्वयंसेवक सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखते थे लेकिन अब संगठन में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ ग्रामीण और दुर्गम इलाकों में शाखाओं या फिर सेवा कार्यों के जरिए ही अपने विचारों को रख पाते हैं। इसके अलावा उनके पास कोई दूसरा साधन नहीं हैं लेकिन अब सोशल मीडिया से जुडऩे के बाद असानी से अपनी बात रख पाएंगे। संघ के बड़े स्तर के पदाधिकारी सोशल मीडिया से जुड़े तो हैं, लेकिन ज्यादा ऐक्टिव नहीं हैं।
आईफोन और टेबलेट भी मिले
संघ ने अपने पदाधिकारियों को आईफोन और टेबलेट दे दिए, जिससें वे नए जमाने के साथ कदम ताल मिला सकें। संघ ने अपने सभी अनुशांगिक संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को आज के जमाने के साथ चलने की नसीहत देते हुए उन्हें आईफोन और टेबलेट उपयोग करने को कहा है। इस हाईटेक व्यवस्था का सबसे बड़ा कारण संघ के पदाधिकारियों को देश और समाज से जुडऩे की नई व्यवस्था है। अभी तक माना जाता रहा है कि संघ के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता इन सब आधुनिक आडंबर में नहीं पड़ते, लेकिन समाज में इन चीजों के बढ़ते चलन और सोशल मीडिया से जुडऩे के लिए यह व्यवस्था की गई है। यह पदाधिकारी अब सोशल मीडिया पर अपने ग्रुप बनाकर वरिष्ठ पदाधिकारियों के दिशा-निर्देश कार्यकर्ताओं को देते हैं। हालांकि संघ के जो राष्ट्रीय पदाधिकारी हैं वह पूर्व से ऐसे आईफोन और टेबलेट का उपयोग करते आ रहे हैं लेकिन सोशल मीडिया के मामले में वह काफी पीछे हैं। सभी वरिष्ठ पदाधिकारी सोशल मीडिया का उपयोग अपने कुछ खास पदाधिकारियों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए करते आ रहे हैं। इनके सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सीमित फॉलोअर्स हैं। संघ ने अपने प्रदेश पदाधिकारियों को आज के जमाने के हिसाब से आईफोन और टेबलेट का उपयोग करने के निर्देश इसलिए भी दिए हैं कि इसके माध्यम से वह सभी गतिविधियों से अवगत रहें, और आवश्यकता पढऩे पर वरिष्ठ पदाधिकारियों से इसके माध्यम से संपर्क कर सकें।