भाजपा नेताओं के घरों का घेराव करने को लेकर बंगाल में मचा घमासान
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में जहां टीएमसी ने पांच अगस्त को भाजपा नेताओं के घरों को घेरने की तैयारी कर ली है, वहीं सुवेंदु अधिकारी ने खुली चुनौती दी है। हालांकि टीएमसी की इस तैयारी से जहां पश्चिम बंगाल में घमासान मचा हुआ है, वहीं सत्तारुढ़ पार्टी की मनमानी साफ दिखाई दे रही है। बात बढ़ती देख सीमए ममता बनर्जी ने इसे प्रतीकात्मक घेराव बताकर मामला शांत करने की कोशिश की है। इसी बात पर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने अभिषेक बनर्जी पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उन्होंने भाजपा नेताओं के घरों का घेराव किया, तो राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों को संसद में घुसने नहीं देंगे। अधिकारी ने कहा कि अंडा-चावल फेस्टिवल में सत्तारूढ़ पार्टी का घमंड नजर आया। वे कह रहे हैं कि 5 अगस्त को भाजपा नेताओं के घरों पर घेराव करेंगे। सुनो अभिषेक, मैं तुम्हारे खिलाफ एफआईआर की कॉपी लेकर अदालत में जा रहा हूं, इस कार्यक्रम में लोगों के मौलिक अधिकारों पर हमला हुआ। उन्होंने आगे कहा कि कोई अपने घर में कब आता है और कब जाता है, यह उसका संवैधानिक रूप से मान्यता प्राप्त मौलिक अधिकार है। अगर तृणमूल किसी भाजपा नेता के घर का घेराव करती है, तो हम तृणमूल सांसदों को संसद में प्रवेश नहीं करने देंगे। यहां तक कि बंगाल की मुख्यमंत्री भी यह नहीं कह सकतीं कि बीजेपी नेताओं के घर का घेराव किया जाना चाहिए।
सुवेंदु ने कहा कि अभी तक इतनी सरकारें आईं लेकिन किसी ने ऐसा कुछ नहीं किया। सीपीएम ने 34 वर्षों तक राजनीतिक जुलूसों पर हमले और बमबारी की। लेकिन अब टीएमसी घरों पर हमले की अपील करती है। जो कि शर्मनाक हरकत है। कांग्रेस नेता सौम्या आइच रॉय ने कहा कि टीएमसी ने कहा कि वे 2 अक्टूबर को ‘कृषि भवन’ का घेराव करेंगे। उस दिन गांधी जयंती है, इस कारण सभी कार्यालय बंद रहेंगे। इसीलिए उन्होंने वह दिन चुना। दरअसल, कोलकाता के धर्मतल्ला में आयोजित टीएमसी की रैली में पार्टी महासचिव और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने खुले मंच से एक बड़ा फरमान जारी किया था। उन्होंने अपनी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा कि वे 5 अगस्त को भारी से भारी संख्या में इकट्ठा होकर राज्य के 341 ब्लॉकों में भाजपा नेताओं के घरों का घेराव करें।
भाजपा नेताओं के घरों का घेराव सुबह 10 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक रहे, जिसमें घर के बुजुर्गों को छोड़कर किसी भी सदस्य को अंदर आने और बाहर जाने नहीं दिया जाए। अभिषेक ने मंच से अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे आगामी 5 अगस्त को बगैर किसी को नुकसान पहुंचाए बड़े स्तर पर भाजपा नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं के घरों का घेराव करें। हालांकि बाद में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसमें थोड़ा बदलाव करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के घरों का प्रतीकात्मक घेराव किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं के घरों से 100 मीटर दूर घेराबंदी कार्यक्रम करने का निर्देश दिया।