Mp03.in संवाददाता  भोपाल :

रातीबड़ के केरवा रोड के रातीबड़ मोड़ पर हुए सड़क हादसे में डिवाइडर से टकराने के बाद एसयूवी के एयरबैग भी खुले, इसके बावजूद नहीं बच सकी छात्र की जान।

रातीबड़ थाना एसआइ नंद किशोर ने बताया कि मूलत: बेगमगंज रायसेन निवासी 18 वर्षीय समर्थ श्रीवास्तव अपने स्वजनों के साथ साकेत नगर में रहता था। 18 वर्षीय समर्थ श्रीवास्तव अपने तीन दोस्तों के साथ घूमने के लिए मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात निकला था। वे सभी अथर्व कटारे नाम के दोस्त की एसयूवी में सवार थे। घूमने के बाद वह रातीबड़ की तरफ जा रहे थे। जैसे ही स्टेट डेयरी के आगे निकले, तो मोड पर डिवाइडर में जाकर उनकी एसयूवी टकरा गई। टक्कर होते ही एसयूवी के एयरबैग खुल गए। इसके बावजूद समर्थ श्रीवास्तव को अंदरूनी गंभीर चोट लगी। इससे 18 वर्षीय समर्थ श्रीवास्तव बेहोश हो गया था।घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल समर्थ को पहले रातीबड़ के पास के अस्पताल लेकर गई, बाद में 18 वर्षीय समर्थ श्रीवास्तव को 108 एंबुलेंस की मदद से जेपी अस्पताल भेजा, जहां 8 वर्षीय समर्थ श्रीवास्तव की नाजुक हालत को देखते हुए हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया । जहां डाक्टरों ने 18 वर्षीय समर्थ श्रीवास्तव को  मृत घोषित कर दिया। जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ है। बाकी दोनों दोस्तों को मामूली चोटें लगी है। घटना के समय एसयूवी की रफ्तार का पता इस बात से लगाया जा सकता है कि डिवाइडर पर लगा खंभा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। उससे ही टकराने के बाद ही एसयूवी रूकी। घटना में बाकी लोगों के बयान होना बाकी है।

एसआइ नंद किशोर ने बताया कि परिवार में समर्थ के साथ अलावा उसकी एक बहन भी है। उसके पिता निजी काम करते हैं। वह अपने पूरे परिवार के साथ साकेत नगर बागसेवनिया में रह रहा था। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था, बेटे की मौत के बाद स्वजन सदमें हैं।

हादसे की जांच कर रही पुलिस के सामने  हादसे में एक अहम बिंदु सामने आया है कि हादसे का कारण तेज रफ्तार तो है ही, इसके अलावा डिवाइडर मोड पर बीचोंबीच बना दिया गया है। उससे भी हादसे हो रहे हैं। वाहन चालक की नजर चूकने पर वाहन सीधे डिवाइडर से जाकर टकराता है।वहीं पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।