चेकिंग अभियान में आरटीओ की तबाड़तोड़ कार्रवाई
Mp03.in संवाददाता भोपाल :
भोपाल में आरटीओ ने बसों का चेकिंग अभियान चलाया। आरटीओ की तबाड़तोड़ कार्रवाई में 20 बसों की जांच की,वहीं बिना परमिट के मिली एक बस को जब्त करने की कार्रवाई की गई।
भोपाल आरटीओ संजय तिवारी ने भोपाल-सागर मार्ग बिरखिड़िया में बसों का चेकिंग अभियान चलाया। तबाड़तोड़ कार्रवाई में 20 बसों की जांच की। इसमें बिना परमिट के मिली एक बस को जब्त करने की कार्रवाई की गई। 16 हजार रुपये का समन शुल्क वसूला। चेकिंग के दौरान बसों के ड्राइवर व परिचालक खाकी वर्दी नहीं पहने थे।
वहीं राजधानी से नर्मदापुरम, बैतूल, इंदौर, ब्यावरा, गुना, धार, झाबुआ, रायसेन, सागर सहित विभिन्न शहरों के लिए चल रही बसों में से कई बसों के टायर घिसे मिले हैं, किसी बस में साइड ग्लास नहीं मिले है, तो कई बसों में बैक लाइट फूटी पाई गई है। इतना नहीं इमरजेंसी गेट व पीछे के गेट पर अधिक सवारी बैठाने के लिए सीटें लगा ली गई हैं। इतना ही नहीं, बसों में फर्स्ट एंड बाक्स व अग्निशमन यंत्र सिर्फ नाम के लिए लगे हैं। बाक्स में दवाएं व मरहम पट्टी नहीं रहती हैं।
वहीं मुंबई-पुणे- भोपाल से करीब 100 बसें संचालित हैं, जिनका परमिट पर्यटन का है, लेकिन पुणे-मुंबई मार्ग पर दौड़ रही हैं। नियमानुसार ऐसी बसें, जिनका परमिट पर्यटन स्थलों का है तो उन्हें वहीं तक जाना चाहिए। बसों का संचालन देख रहीं एजेंसियां त्योहारी सीजन पर यात्रियों से चार से छह हजार रुपये तक किराया लेती हैं। इन बसों का संचालन लंबे समय किया जा रहा है। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आरटीओ उड़नदस्ते की ओर से खानापूर्ति की जाती है।
बस संचालन की कुछ अनिवार्य शर्तें :
-बसों का परमिट, बीमा अनिवार्य होना चाहिए।
-फिटनेस प्रमाण पत्र होना अनिवार्य।
-बसों में आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र।
-बसों की रफ्तार रोकने के लिए स्पीड गवर्नर लगवाना अनिवार्य।
-फर्स्ट एड बाक्स, दो गेट होने चाहिए।
-इमरजेंसी गेट अनिवार्य रूप से होना चाहिए।
-ओवर स्पीड व ओवर लोड में बसों का संचालन नहीं होगी।
-बसों के आगे व पीछे स्पष्ट अक्षरों में पंजीयन क्रमांक लिखे हों।
-साइड ग्लास लगने होने चाहिए।
मोटर व्हीकल एक्ट का पालन नहीं करने वाली बसों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को बस मालिकों के साथ बैठक करके उन्हें नियमानुसार बसों की फिटनेस कराने के निर्देश दिए जाएंगे। बिना फिटनेस, बीमा, परमिट के कोई भी बस चलती हुई मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। बसों का चेकिंग अभियान निरंतर चलाया जाएगा।