Mp03.in संवाददाता  भोपाल :

ईश्वर नगर में दो परिवारों के बीच तीखी तकरार के दौरान रिश्तेदारों ने बुजुर्ग दंपती और उसके बेटा-बेटी को बुरी तरह मारपीट कर किया घायल । 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत ईश्वर नगर में रहते हैं और किराने की दुकान का संचालन करते हैं। २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत ने बताया कि 7 जुलाई की रात को दुकान बंद करने के बाद घर के बाहर दोस्त राजू साहू के साथ खड़े थे। तभी पड़ोस में रहने वाला रिश्तेदार चाचा का बेटा रोहित राजपूत आया। आरोपी चचेरे भाई रोहित ने पुरानी रंजिश के चलते मुझे गालियां देना शुरू कर दिया। हंगामा सुनकर २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत के पिता दिलीप सिंह राजपूत घर के बाहर आए। २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत के पिता दिलीप सिंह राजपूत ने रोहित को समझाइश देने का प्रयास किया। इस पर आरोपी चचेरे भाई रोहित ने आवेदक २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत के पिता  दिलीप सिंह राजपूत के साथ बदसलूकी की।विरोध करने पर आरोपी चचेरे भाई रोहित अपने घर में गया और अपने पिता भगवान सिंह राजपूत, मां संगीता बाई, भाई रितिक,रिऋभ के साथ चाकू, रॉड और डंडे से लैस होकर वापस आया और २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत के पिता के  दिलीप सिंह राजपूत साथ मारपीट शुरू कर दी।२५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत बचाव करने गया, तो  २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत को भी आरोपितों ने पीटा, यह देख २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत की मां अनीता राजपूत और बहन ज्योति बचाव करने आई। तो  रोहित ने २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत की मां के कंधे पर चाकू मार दिया। २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत के पिता दिलीप सिंह राजपूत के सिर में रॉड मारी गई। २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत और बहन को भी डंडों से बेरहमी से पीटा गया। हमले में सभी को गंभीर चोट आई है।

घायल विपिन ने बताया कि घटना के बाद शिकायत दर्ज कराने हबीबगंज थाने पहुंचे। वहां पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। एक घंटे से अधिक समय तक थाने में बैठाए रखा। बाद में बेहद साधारण धाराओं में एफआइआर दर्ज की।वहीँ हमले में घायल २५ वर्षीय विपिन सिंह राजपूत की मां और पिता जेपी अस्पताल में भर्ती थे। आरोपित आठ जुलाई को वहां भी धमकाने पहुंचे गए ।इस बात की शिकायत भी थाने में की, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई। 10 जुलाई को मामले की शिकायत पुलिस कमिश्नर कार्यालय में की।साथ ही  शिकायती आवेदन में पुलिस की लापरवाही की पूरी कहानी लिखी। पुलिस कमिश्नर कार्यालय से थाने में फोन गया तब जा कर आरोपितों को हिरासत में लिया गया।