प्रियंका ने ज्योतिरादित्य पर किया हमला, बोलीं- सिंधिया ने विश्वासघात की परंपरा निभाई
दतिया । मध्यप्रदेश के दतिया जिले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी, अडाणी, सिंधिया, शिवराज और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र पर जमकर हमला बोला। प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार के अंतिम दिन दतिया में प्रचार कर रही थी। इस दौरान प्रियंका ने लोगों से दतिया में बदलाव के नारे भी लगवाए।
प्रियंका गांधी वॉड्रा बुधवार को चुनावी सभा कर रही थी। मध्यप्रदेश में 9 अक्टूबर के बाद यह उनका 6वां चुनावी दौरा है। प्रियंका ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार ने कुछ नहीं किया है। किसानों के लिए कुछ नहीं किया। किसानों के कर्ज माफ करने की बात करते हैं तो कहते हैं पैसा नहीं है। अडाणीजी के कर्ज माफ कर देते हैं। यूरिया के लिए लंबी-लंबी कतारें हैं। गोदामों में यूरिया रखा है, लेकिन इसका वितरण बंद कर दिया। इसलिए बंद किया है कि मोदीजी की फोटो चिपका दी, इसलिए चुनाव आयोग ने इस पर रोक लगा दी।
प्रियंका ने कहा कि किसान महंगाई से परेशान है। डीजल, पेट्रोल, टैक्टर, खाद पर इतने सारे टैक्स लगा दिए हैं। कब तक किसान सहते रहेंगे। आपका जीवन निकला जा रहा है, आपके सपने थे, बच्चों का भविष्य बनाना चाह रहे थे, उससे दूर होना पड़ रहा है। प्रियंका ने कहा कि भाजपा में कई विचित्र नेता है। एक तो हैं सिंधिया जी। मैंने उनके साथ यूपी में काम किया है। कद में थोड़े छोटे पड़ गए, लेकिन अहंकार में तो बार रे बाप। जब हम काम कर रहे थे, तो यूपी वाले शिकायत गुस्सा सब निकाल देते हैं, महाराज बोलने की आदत नहीं है। हमारे कार्यकर्ता जाते हैं है। वैसे उन्होंने अपने परिवार की परंपरा अच्छे से निभाई है। विश्वास घात तो बहुतों ने किया है, लेकिन, ग्वालियर चंबल के साथ विश्वास खात किया है। आपकी पीठ में छुरा घोपा है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बारे में कहा कि कौन क्या पहना है, इसकी बड़ी चिंता रहती है। मूवी देखते रहते हैं।
प्रियंका ने कहा कि गृहमंत्री (नरोत्तम मिश्रा) दिन भर पिक्चर देखते रहते हैं। कौन - क्या पहना है, इन्हें बड़ी चिंता रहती है। विश्व प्रसिद्ध महान अभिनेता शिवराज सिंह चौहान उर्फ मामा जी एक्टिंग में अमिताभ बच्चन के भी कान काट लें। लेकिन, काम की बात होती है, तो असरानी का रोल पकड़ लेते हैं। मोदी जी का पूछिए ही मत। उनका क्या कहना। देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो परमानेंट अपनी ही पीड़ा में परेशान रहते हैं। कहते हैं कि मुझे इतनी गालियां दीं। रोते रहते हैं। जैसे तेरे नाम में सलमान खान रोए। पीएम के लिए पिक्चर बना देते हैं। नाम रखेंगे मेरे नाम।
प्रियंका ने कहा कि लाड़ली बहना योजना की घोषणा दो महीने पहले क्यों की गई? भाजपा घोषणाएं ये समझकर करती है कि हम जनता को बेवकूफ बना सकते हैं। साढ़े तीन साल में 21 रोजगार ही दिए। रोजगार देंगे भी कहां से? मोदी जी ने सारी बड़ी कंपनियां अपने उद्योगपति मित्रों को दे दीं। धर्म के नाम पर जो वोट लेने आता है, उसके मन में बैठ गया है कि मैं जनता के लिए एक काम नहीं करूं, लेकिन मुझे धड़ाधड़ धर्म और जाति के नाम पर वोट मिल जाएंगे। आप बच्चों को सुधारते हो, नेताओं को क्यों नहीं सुधार रहे। उनकी आदत खराब मत करो। प्रियंका ने कहा कि मेरी दादी 1977 में अपनी सीट हार गई थीं। वे मायूस रहीं। एक कमरे में रहती थीं। उन्होंने यह नहीं कहा कि जनता ने गलत किया। वे कहती थीं कि मैंने कुछ ऐसा किया है, जिससे जनता नाराज है। मुझे इसे सुधारना है। वे कहा करती थीं कि जनता में सबसे ज्यादा विवेक है। यह होता है असली नेता।