मालदीव विवाद: पवार की दो टूक, पीएम के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं कर सकते
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मालदीव के सांसद की आपत्तिजनक टिप्पणी अब मालदीव सरकार पर भारी पड़ रहा है। भारत की ओर से लगातार पलटवार हो रहा है। इसी कड़ी में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देकर मालदीव सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि वह हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं, और अगर किसी अन्य देश का कोई व्यक्ति, जो किसी भी पद पर है, हमारे प्रधानमंत्री पर ऐसी टिप्पणी करता है, तब हम इस बयान को स्वीकार नहीं कर सकते। हमें पीएम के पद का सम्मान करना चाहिए। हम देश के बाहर से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कुछ भी स्वीकार नहीं कर सकते हैं।
साथ ही उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर भी अपनी बात रखी। पवार ने कहा कि यह शुरुआती बैठक है, और आज की बैठक में सीट बंटवारे पर चर्चा होगी। जब कई पार्टियां एक साथ आती हैं, तब आक्रामक मांगें की जाती हैं लेकिन सभी को मिलकर ऐसा रास्ता ढूंढना चाहिए जो उस राज्य में काम करे जहां उनका प्रभुत्व नहीं है। मुझे नहीं लगता कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन को खारिज करने की कोशिश कर रही है।
लक्षद्वीप के लोकसभा सांसद मोहम्मद फैजल ने द्वीपसमूह की पर्यटन संभावनाओं को लेकर पीएम मोदी द्वारा किए गए पोस्ट पर मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी निंदा की। फैजल ने कहा, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री की लक्षद्वीप के पर्यटन को लेकर की गई टिप्पणी पूरी तरह से भारत का आंतरिक मामला था। मालदीव के उप मंत्रियों द्वारा की गई टिप्पणी अवांछित और बेतुकी थीं।