नई दिल्ली ।  लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान शनिवार दोपहर 3 बजे किया जाएगा। चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। चुनाव की तारीखों का एलान होते ही पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लग जाएगी, जो चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने तक प्रभावशील रहेगी। स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा संविधान के अनुच्छेद 324 के अधीन राजनीतिक दलों की सहमति से कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन सत्तारूढ़ दल समेत सभी दलों व उनके नेताओं को करना होता है। आचार संहिता प्रभावशील होने के साथ अब यह होगा। इसके साथ ही कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव का भी ऐलान होगा। बता दे कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है, उनमें आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम का नाम शामिल है। इन राज्यों में विधानसभा का कार्यक्रम जून में ही खत्म होना है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में भी आयोग चुनाव की घोषणा कर सकता है।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही यानी गुरूवार को दो चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर संधू की नियुक्ति गई है। दोनों ने शुक्रवार 15 मार्च को पदभार संभाला है। इसके बाद सीईसी राजीव कुमार समेत तीनों अधिकारियों ने चुनाव कार्यक्रम को लेकर बैठक की थी।
7 या 8 फेज में हो सकते हैं चुनाव
कयास लगाए जा रहे हैं कि 543 सीटों के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव 7 या 8 फेज में हो सकते हैं। इसके साथ ही ओडिशा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी होगा। इसके साथ ही पूरे देश में आचार संहिता भी लागू हो जाएगी।

 97 करोड़ वोटर्स करेंगे मतदान
2024 लोकसभा चुनाव में 97 करोड़ लोग वोटिंग कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने 8 फरवरी को सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के वोटर्स से जुड़ी स्पेशल समरी रिवीजन 2024 रिपोर्ट जारी की थी। आयोग ने बताया कि वोटिंग लिस्ट में 18 से 29 साल की उम्र वाले 2 करोड़ नए वोटर्स को जोड़ा गया है। 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। चुनाव आयोग ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा 96.88 करोड़ वोटर्स लोकसभा चुनावों में वोटिंग के लिए रजिस्टर्ड हैं। साथ ही जेंडर रेशो भी 2023 में 940 से बढक़र 2024 में 948 हो गया है।

85+ उम्र के बुजुर्ग ही घर से वोट दे सकेंगे
चुनाव आयोग की सिफारिश के बाद सरकार ने बुजुर्ग मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलट से वोटिंग करने वाले चुनावी नियम में बदलाव किया है। अब केवल 85 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग मतदाता ही पोस्टल बैलट से वोटिंग कर सकेंगे। अभी तक 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग इस सुविधा के पात्र थे। कानून मंत्रालय ने गजट नोटिफिकेशन में बताया कि 85 की उम्र पार चुके वोटर्स को यह सुविधा देने के लिए चुनाव संचालन नियम 1961 में संशोधन किया गया है।
इन राज्यों में होना है विधानसभा चुनाव
अरुणाचल प्रदेश में जून में विधानसभा का कार्यकाल खत्म होना है, इससे पहले राज्य में चुनाव होना जरूरी है। राज्य में भाजपा की सरकार है और पेमा खांडू मुख्यमंत्री है। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 60 में से 41 सीटें जीतकर बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। जबकि यूपीए को चार और पीपीए को एक सीट पर जीत मिली थी।
आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश में भी लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव करवाए जा सकते हैं। यहां वर्तमान में जगन मोहन रेड्डी की अगुवाई वाली वाईएसआर कांग्रेस की सरकार है। 2019 में 175 सीटों पर हुए विधानसभा चुनाव में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी ने 151 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं इस चुनाव में भाजपा, टीडीपी और पवन कल्याण की जन सेवा पार्टी गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी।
ओडिशा
यहां बीजू जनता दल की सरकार है और नवीन पटनायक मुख्यमंत्री है। 2019 में बीजन ने 137 में से 112 सीटों पर जीत दर्ज की बहुमत के साथ सरकार बनाई थी।
सिक्किम
सिक्किम विधानसभा की 32 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे। यहां एनडीए की सरकार है। 2019 में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने 17 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
जम्मू-कश्मीर
2024 में जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं। बता दे साल 2019 में धारा 370 हटाए जाने के बाद से ही केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव नहीं हुए हैं, ऐसे में लंबे समय से चुनाव की मांग भी की जा रही है। लिहाजा संभावना है कि इसी साल जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।