Mp03.in संवाददाता  भोपाल :

रातीबड़ के निजी कॉलेज के लेक्चरर भी  सायबर ठगी का शिकार हो गए । जालसाज ने उन्हें बैंक अधिकारी बनकर के्रडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा दिया और मोबाइल पर लिंक भेज कर ओटीपी के जरिए उनके खाते से 1.95 लाख रूपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए।

एएसआई केपी मिश्रा ने बताया कि लक्ष्य होम्स अविनाश नगर अवधपुरी निवासी ५१ वर्षीय धीरज प्रसाद रातीबड़ स्थित एक निजी कॉलेज में लेक्चरर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 24 मार्च को धीरज प्रसाद के मोबाइल पर एक कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को आईडीएफसी बैंक का मैनेजर बताते हुए उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने की बात कही। इस पर उन्होंने इनकार कर दिया। इसके बाद जालसाज ने उन्हें झांसा देकर मोबाइल पर एक लिंक भेजी और उसमें 5 रूपए बतौर प्रोसेसिंग फीस जमा करने को कहा। इसके बाद जैसे ही उन्होंने 5 रूपए जमा किए। उसी वक्त ओटीपी के जरिए उनके खाते से 1.95 लाख रूपए जालसाज के खाते में ट्रांसफर हो गए। ठगी की घटना के बाद उन्होंने भोपाल क्राइम ब्रांच की सायबर सेल में लिखित शिकायत की थी। सायबर सेल ने बुधवार को  शून्य पर केस दर्ज कर डायरी रातीबड़ थाना पुलिस को भेजी।  पुलिस ने  प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।