आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने एनएसडीएल के साथ किया समझौता
मुंबई। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने 9 अक्टूबर को स्टॉक एक्सचेंजों को जानकारी दी है कि बैंक ने मुंबई में अपने एक परिसर को 198 करोड़ रुपये में बेचने के लिए नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के साथ समझौता किया है। समझौते के तहत बैंक मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में नमन चैंबर्स में स्थित अपने ऑफिस की बिक्री करेगा। कर्जदाता यानी बैंके ने एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में बताया कि यह फैसला आईडीएफसी फर्स्ट बैंक टॉवर (द स्क्वायर), सी-61, जी ब्लॉक,बीकेसी, मुंबई में अपने कॉरपोरेट ऑफिस के पास बैंक के ऑपरेशन के एकीकरण का हिस्सा है।
बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि इस कार्यालय परिसर को वह एनएसडीएल को 198 करोड़ रुपये में बेच रहा है। बैंक ने बताया कि ऑफिस परिसर का नाम यानी टाइटल और इसकी ऑनरशिप को आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से एनएसडीएल को ट्रांसफर किया जाएगा और इसके लिए दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति से ऑफिस परिसर पर एनएसडीएल का स्वामित्व होगा। बैंक ने स्पष्ट किया कि एनएसडीएल के पास ‘आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में कोई शेयर नहीं है, और डिपॉजिटरी के साथ बिक्री सौदा संबंधित पार्टी लेनदेन के अंतर्गत नहीं आता है। इसका मतलब यह है कि इस बिक्री के तहत ऐसा कुछ नहीं होगा जिससे किसी भी तरह से बैंक के किसी प्रमोटर/प्रमोटर ग्रुप/ग्रुप कंपनी के ट्रॉजैक्शन पर कोई असर पड़े। यह घटनाक्रम उन रिपोर्टों के छह दिन बाद आया है जिसमें कहा गया था कि आईडीएफसी फर्स्ट बैंक एक योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से 3,000 करोड़ जुटाने की योजना बना रहा है।
गौरतलब है कि पिछले छह माह में स्टॉक ने अच्छा परफॉर्मेंस किया है और लगभग 67 प्रतिशत की बढ़त हासिल की है। गौरतलब है कि बैंक की तरफ से परिसर का यह फैसला उस समय आया है जब कुछ दिनों पहले ही यह खबर आई थी कि बैंक योग्य संस्थागत प्लेसमेंट के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बना रहा है।