कांग्रेस राज में गुंडागर्दी चरम पर: डॉ. बांधी
बिलासपुर । जिले के मस्तूरी विधानसभा भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार जनसंपर्क कर भाजपा के लिए समर्थन मांग रहे हैं मस्तूरी विधानसभा के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारी के साथ पहुंच रहे डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी को व्यापक जन समर्थन भी मिलता दिख रहा है। इसी क्रम में डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने नयापारा ढेका में जनसंपर्क किया। यहां देवी माता का दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया , जिसके बाद भाजपा शासन काल में क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को गिनाते हुए, विपक्ष में रहते हुए भी पिछले 5 सालों में उन्होंने जिस प्रकार से सतत रूप से क्षेत्र की मांग पूरी करते हुए विकास से जुड़े विभिन्न कार्यों को संपन्न कराया, उसकी चर्चा करते हुए एक बार फिर डॉक्टर बांधी ने जनता से वोट के रूप में आशीर्वाद मांगा है।
इस दौरान जगह-जगह उनका स्वागत पुष्पहार और ढोल ताशा के साथ किया गया। मतदाताओं से संपर्क करते हुए डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने याद दिलाया कि किस तरह से छत्तीसगढ़ की मौजूदा कांग्रेस सरकार ने किसानों से वादा खिलाफी की है। उन्होंने बताया कि धान खरीदी की 80त्न से अधिक राशि केंद्र की सरकार दे रही है जबकि कांग्रेस सरकार प्रदेश के किसानों को धोखे में रखकर इसका श्रेय खुद लेने का प्रयास करती है। कांग्रेस को विकास विरोधी बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाले प्रधान मंत्री आवास योजना पर रोक लगा दी गई, क्योंकि राज्य सरकार ने अपना राज्यांश नहीं दिया। कांग्रेस सरकार पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि राजनीतिक दुर्भावना के चलते आम लोगों का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। कांग्रेस की सरकार नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी की बात कहती है लेकिन आज सड़कों पर गौठान के झूठे दावे के कारण सड़कों पर गौ माता दुर्घटनाओं में मारी जा रही है। कांग्रेस ने गंगाजल की कसम खाकर प्रदेश में पूर्णशराबबंदी की बात की थी लेकिन कोरोना कल में घर-घर शराब की डिलीवरी कर लोगों को और गरीब बनाया गया , जबकि केंद्र की मोदी सरकार पिछले 3 सालों से 80 करोड़ से अधिक लोगों को निशुल्क अनाज उपलब्ध करा रही है।
डॉक्टर बांधी ने यह भी बताया कि किस प्रकार से कांग्रेस के राज में गुंडागर्दी चरम पर पहुंच चुकी है। आम आदमी असुरक्षित है। गांव का गरीब किसान राजस्व के छोटे से काम के लिए भी तहसील या पटवारी के पास जाता है तो हजारों रुपए दिए बिना उसका काम नहीं होता। कांग्रेस की सरकार अगर किसी को 2 रुपये देती है तो घुमा फिरा कर 200 रुपये ऐंठ उससे लेती है । ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने ग्राम बेलटूकरी, ग्राम रलिया में भी जनसंपर्क किया।
खास बात यह है कि पिछले 5 सालों से सरकार न होने के बाद भी डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं। ऐसा कोई दिन नहीं था जब उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में किसी न किसी विकास कार्य का भूमि पूजन या शिलान्यास ना किया हो। लगातार लोगों की समस्याओं को विधानसभा में उठाने और उनके निराकरण के लिए क्षेत्र में प्रसिद्ध डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी को हर बार की तरह इस बार भी व्यापक जन समर्थन मिलता दिख रहा है। एक तरफ डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी लगातार अपने विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं तो वहीं अब तक कांग्रेस, उम्मीदवारों के नाम का फैसला भी नहीं कर सकी है , इसका भी मनोवैज्ञानिक लाभ डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी को मिलता दिख रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस तीसरे स्थान पर खिसक गई थी । डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी के दौर में मस्तूरी विधानसभा भाजपा का अभेध किला रहा है, जिसे केवल एक बार ही कांग्रेस भेद पाई है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में ऐसा दिख रहा है कि मस्तूरी विधानसभा के मतदाताओं ने एक बार फिर से डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी को जीतकर विधानसभा भेजने का फैसला कर लिया है, क्योंकि लोग यह मान चुके हैं कि इस बार कांग्रेस सरकार की विदाई तय है और भाजपा एक बार वापस राज्य में सरकार बनाएगी। केंद्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार ही विकास की गंगा बहा सकती है, क्योंकि अनुसूचित जाति बाहुल्य मस्तूरी विधानसभा की पहचान अब भी एक पिछड़े क्षेत्र के रूप में है , जहां अभी भी व्यापक विकास की आवश्यकता है और ऐसा केवल भाजपा सरकार में ही संभव है । यही कुछ डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी और भाजपा के पदाधिकारी गांव- गांव जाकर लोगों को समझा रहे हैं।