Mp03.in संवाददाता  भोपाल :

भोपाल एम्स में लैब टैक्निशियन का फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर डॉयरेक्टर के पास पहुंचने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

बागसेवनिया पुलिस के अनुसार एम्स मेडिकल कालेज में विनीत कुमार चतुवेर्दी ने फर्जी नियुक्ति पत्र दिखा कर प्रबंधन से नियुक्ति मांगी। हैरानी की बात यह थी कि पत्र में एम्स के निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर व सील भी लगी हुई थी। प्रबंधन की जांच में पत्र फर्जी निकलने पर विनीत को मेडिकल कालेज बुलाया गया। जहां उससे पूछताछ व लिखित बयान भी लिए गए। इसके बाद प्रबंधन ने व्यक्ति को फर्जी पत्र के साथ परिसर में मौजूद पुलिस चौकी प्रभारी के हवाले करा दिया गया था, लेकिन वह इस दौरान बेहोश गया था। इसलिए पुलिस ने उसे घर रवाना कर दिया था। साथ ही मामले कि शिकायत बागसेवनिया थाने में भी की गई है। इसके बाद पुलिस ने देर रात में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस का कहना है कि उसके साथ किसी ने धोखाधड़ी की है, इसलिए पुलिस जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करेगी। 


डा. अजय सिंह, निदेशक, एम्स भोपाल  :  एम्स में नियुक्ति समेत अन्य जानकारियां एम्स की आफिशियल साइट पर अपलोड की जाती हैं। यहां मौजूद सभी जानकारी पूरी तरह से सत्यापित होती है।

एम्स भोपाल में फर्जी नियुक्ति से जुड़ा यह कोई पहला मामला नहीं है। साल 2021 में अक्टूबर माह में टेक्नीशियन और अटेंडर के पद पर भर्ती के नाम पर बेरोजगार युवाओं के साथ ठगी का मामला सामने आया था। इस दौरान धोखाधड़ी करने का आरोप में नर्सिंग विभाग की आउटसोर्स महिला कर्मचारी को नौकरी से हटा दिया गया था। साथ ही जांच में सामने आया था कि महिला ने पांच लोगों से करीब 5.81 लाख रुपये वसूले थे। इससे पहले साल 2022 में ही मार्च माह में भी एक महिला ने एम्स में नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख रुपए वसूले थे।