क्राइम ब्रांच ने शातिर ठग को किया गिरफ्तार

mp03.in संवाददाता भोपाल :
डी.जी.पी.आफिस का अफसर बनकर पुलिसकर्मियों को ट्रांसफर व विभागीय जांच(डीई) कराने की धमकी देकर पैसों की मांग कर रहे शातिर ठग को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है |
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त क्राइम ब्रांच शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मप्र पुलिस की एक सब इंस्पेक्टर ने लिखित शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि एक मोबाइल नंबर का उपयोगकर्ता अपने आप को पुलिस विभाग का अधिकारी बताकर उन्हें सस्पेंड करने व ट्रांसफर करवाने के नाम पर पैसों की मांग कर रहा है। इस मामले की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच में लिया था। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के दिशा निर्देश के बाद पुलिस टीम ने पुलिस अधिकारी बनकर पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने व ट्रांसफर करने की धमकी देकर पैसों की मांग करने वाले आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी की पहचान ग्राम औभरी पोस्ट हरदौली थाना पनवार जिला रीवा निवासी बुद्धसेन मिश्रा पुत्र राम निरंजन मिश्रा(29) के रूप में की है। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल, तीन सिम कार्ड व पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नंबरों की लिस्ट जब्त की है।
आरोपी इंदौर की होटल गुरुकृपा में गार्ड का काम करता था। इसी दौरान वहां आने वाले पुलिस अधिकारी/कर्मचारी के वाहन में लगे वायरलेस सेट से पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे मे सुनता था। यह देख उसे लगा कि पुलिस विभाग का बड़ा अधिकारी बनकर पुलिसकर्मियों को डरा-धमका कर पैसों की मांग की जा सकती है। इसलिए वह गूगल से सभी पुलिस कण्ट्रोल रूम के नम्बर सर्च कर जिले मे पदस्थ एसआरसी बाबू का नम्बर प्राप्त करके उनसे ट्रांसफर के लिये दिये अधिकारी/कर्मचारी की जानकारी प्राप्त कर सम्बंधित थाना प्रभारी को फोन करके अधिकारी/कर्मचारियों को फोन पर बात करने का आदेश देता था। अधिकारी/कर्मचारी द्वारा फोन करने पर उनसे उनके द्वारा दिए आवेदन पर ट्रांसफर के लिए पैसे की बात करता था और कुछ कर्मचारियों को उनकी शिकायत होने का बताकर उनके विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही करने की धमकी देकर पैसों की मांग करता था।
हालांकि आरोपी किसी भी पुलिसकर्मी अथवा पुलिस अधिकारी से पैसा लेने में सफल नहीं हो पाया।