कांग्रेस की जनआक्रोश यात्रा बनी लठमार यात्रा
यात्रा में एक दूसरे से भिड़े कार्यकर्ता, जमकर लगे मुर्दाबाद के नारे
जनआक्रोश रैली में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का ही फूट पडा आक्रोश
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में जीत के लिए पुरजोर कोशिश कर रही कांग्रेस का हर दांव उल्टा पड़ रहा है। पहले मामला थीम सांग को लेकर उठा, जिसमें कांग्रेस पर पाकिस्तान की पार्टी का गाना चुराने का आरोप लगा। थीम सांग को लेकर कांग्रेस की इतनी किरकिरी हुई कि कांग्रेस को पाकिस्तान प्रेमी कहा जाने लगा। पांच सितंबर से कांग्रेस ने क्षेत्र में जनसमर्थन जुटाने के लिए जन आक्रोश रैली की शुरूआत की, लेकिन पवई विधान सभा में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव के सामने ही कांग्रेसी भिड़ गए। रैली में कार्यकताओं का ही आक्रोश सामने आ गया, जिससे पार्टी की काफी फजीहत हो रही है।
आपस में ही भिड़ गए कांग्रेसी
प्रदेश की पवई विधान सभा में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव की अगुवाई में जन आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। रैली मे कार्यकर्ताओं का आक्रोश उस समय सामने आ गया जबकि कांग्रेस नेता आपस में ही मारपीट करने लगे। रैली में ‘पवई का नेता कैसा हो’ के नारे लग रहे थे, इसी बीच रैली में भगदड़ मच गई और कांग्रेस समर्थक एक-दूसरे के खिलाफ ही जमकर नारेबाजी करने लगे। आनन फानन में रैली को आगे बढ़ाया गया। दरअसल भाजपा की जन आर्शीवाद यात्रा को फेल करने के उद्देश्य से कांग्रेस ने जन आक्रोश रैली की शुरूआत की, जो 14 दिन तक चलेगी। जन आक्रोश रैली 1700 किलोमीटर तक निकाली जाएगी, वहीं भाजपा की जन आर्शीवाद यात्रा राज्य की प्रत्येक विधानसभा में निकाली जा रही है। यह यात्रा 10 हजार किमी की दूरी तय कर 25 सितंबर को भोपाल पहुंचेगी।
दरअसल भाजपा की यात्रा जनसमर्थन जुटाने के साथ ही विधानसभा चुनाव के लिए लोगों से आर्शीवाद लेने के उद्देश्य से शुरू की गई है जिसमें भाजपा अपने कार्यकाल के सफल संचालन का श्रेय जनता को देना चाहती है। वहीं कांग्रेस की जनआक्रोश रैली जनता को सत्तासीन पार्टी की विफलता बताने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिसका वार कांग्रेस पर ही उलट पड़ गया और रैली में कांग्रेसी आपस में ही हाथापाई करने लगे।