कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में 30 और तेलंगाना में 55 प्रत्याशी घोषित किए
नई दिल्ली। नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के कुल 85 नामों की घोषणा की हि। जिसमें छत्तीसगढ से 30 और तेलंगाना से 55 उम्मीदवारों का ऐलान किया गया है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव और कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। मुख्यमंत्री बघेल अपने वर्तमान विधानसभा क्षेत्र पाटन से ही चुनाव लड़ेंगे, जहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और उनके रिश्तेदार विजय बघेल उन्हें चुनौती देंगे।
इसी तरह छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री सिंहदेव को भी उनके वर्तमान विधानसभा क्षेत्र अंबिकापुर से उम्मीदवार बनाया गया है। राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को दुर्ग-ग्रामीण, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को सक्ती और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम को कोंडागांव से टिकट दिया गया है।छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी. छत्तीसगढ़ में अभी कांग्रेस की सरकार है। वहीं, भाजपा मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में है। राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 68 सीटें जीतकर 15 साल बाद सत्ता में वापसी की थी। वहीं, भाजपा को इस चुनाव में 15 सीटें हासिल हुई थीं।
तेलंगाना में 55 उम्मीदवारों की पहली सूची
कांग्रेस ने रविवार को तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए भी 55 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और विधायक दल के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क तथा कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को कोडंगल विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, विक्रमार्क को मधीरा विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद उत्तम कुमार रेड्डी को हुजूरनगर से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता अंजन कुमार यादव को मुशीराबाद से टिकट दिया गया है।कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने 13 अक्टूबर को तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई थी। तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 30 नवंबर को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को की जाएगी। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उसे चुनौती देने का प्रयास कर रही हैं। राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीटें जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। वहीं, कांग्रेस को 19 और एआईएमआईएम को सात सीटों पर जीत मिली थी. भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था।