ओटावा। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्‍ट‍िन ट्रूडो की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आने वाले दिनों में उनकी कुर्सी पर खतरा मंड़रा रहा है। खालिस्थानी आतंकी हरदीप सिंह नज्जिर की हत्‍या का भारत पर आरोप लगाने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्‍ट‍िन ट्रूडो का उनकी ही पार्टी के 24 सांसदों ने इस्तीफा मांग लिया है। कनाडा में सत्‍ताधारी ल‍िबरल पार्टी के सांसदों की बैठक में 24 सांसदों ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से इस्तीफा मांग लिया है। बता दें कि बीते कई महीनों से ट्रूडो भारत के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। हमारे राजनयिकों को निशाना बना रहे हैं और लगातार भारत के खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे हैं। लेकिन अब ट्रुडो अपने ही घर में घिर गए हैं। उनकी अपनी ही पार्टी के तमाम सांसदों ने विद्रोह पैदा कर दिया है। उनकी अपनी ही पार्टी के सांसद उन्‍हें पीएम पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। ट्रूडो को अपनी ही पार्टी के भीतर से बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है, असंतुष्ट लिबरल सांसदों ने उन्हें 28 अक्टूबर तक अपने भविष्य पर फैसला करने को लेकर अल्टीमेटम दिया है।


ट्रूडो को लेकर बढ़ रहा पार्टी के अंदर असंतोष

असंतुष्ट सांसदों ने ट्रूडो को अपनी शिकायतें बताईं हैं, जो पार्टी के अंदर बढ़ते असंतोष को दिखा रही है। यह बैठक साप्ताहिक कॉकस मीटिंग का हिस्सा थी जो हाउस ऑफ कॉमन्स के सत्र के दौरान होती है। इन सांसदों का आरोप है क‍ि अगर ट्रूडो के नाम पर चुनाव लड़ा गया तो वे पार्टी की लुट‍िया डूबो देंगे। सूत्रों ने बताया कि 24 सांसदों ने ट्रूडो से लिबरल नेता के पद से इस्तीफा देने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। बैठक के दौरान, ब्रिटिश कोलंबिया के सांसद पैट्रिक वीलर ने एक दस्तावेज पेश किया जिसमें ट्रूडो के इस्तीफे के पक्ष में तर्क दिया गया। दस्तावेज में कहा गया है कि लिबरल पार्टी में उसी तरह का पुनरुत्थान हो सकता है जैसा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा देश में आगामी राष्ट्रपति चुनावों के लिए फिर से चुनाव न लड़ने का विकल्प चुनने के बाद डेमोक्रेट्स ने देखा था।