भारत को मनाने में जुटा कनाडा; शुरु हो सकती है डब्ल्यूटीओ की बातचीत
ओटावा । कनाडा एक बार फिर भारत को मनाने में जुटा हुआ है। अब शायद डब्ल्यूटीओ की बातचीत शुरु हो सकती है। बता दें कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में तल्खी जारी है। इसके चलते दोनों देशों के बीच कुछ समझौतों पर भी रोक लगी है। भारत और कनाडा के बीच व्यापार समझौते पर भी पिछले छह महीने से बातचीत बंद है। अब इसे फिर से शुरू करने को लेकर भी कोई समयसीमा नहीं बताई गई है। अब बताया जा रहा है कि दोनों देश बातचीत को फिर से शुरू करने को लेकर उच्च स्तरीय संपर्क फिर से स्थापित कर सकते हैं। दरअसल इस सप्ताह विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की मंत्रिस्तरीय बैठक होनी है। इस दौरान दोनों देशों के नेता बातचीत शुरू करने को लेकर पहल कर सकते हैं। इस संबंध में कनाडा की एक्सपोर्ट इंटरनेशनल ट्रेड एंड इकनॉमिक डेवलपमेंट मिनस्टर मैरी एनजी ने रविवार को एक इंटरव्यू में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में मैं डब्ल्यूटीओ जाऊंगी। वहीं अपने अपने समकक्ष से मुलाकात करूंगी।
इस दौरान उनका इशारा वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की ओर था। चार दिवसीय डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय बैठक सोमवार से अबू धाबी में आयोजित की जा रही है जिसमें भारत की ओर से पीयूष गोयल जाएंगे। बता दें कि अर्ली प्रोग्रेस ट्रेड एग्रीमेंट (ईपीटीए) पर नए सिरे से चर्चा अधर में है। इसको लेकर कनाडाई मंत्री ने कहा, हमने इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया है। मैरी एनजी के भारत दौरे के दौरान मार्च 2022 में ईपीटीए को लेकर वार्ता शुरू हुई थी। लेकिन उसी साल अगस्त के अंत में इसे रोक दिया गया था। इसके कुछ समय बाद ही कनाडाई संसद में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे।
उस समय ट्रूडो ने 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने का आरोप लगाया था। अब कनाडा की व्यापार मंत्री ने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि कनाडाई उद्यमों और भारत के बीच गतिविधि जारी है। इसके अलावा, हम स्वतंत्र रूप से हो रही जांच को लेकर भी उत्साहजनक हैं। मंत्री के बयान से पहले कनाडा के सस्केचेवान प्रांत के प्रमुख स्कॉट मो ने भारत का दौरा किया था। इससे संकेत मिलते हैं कि दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए फिर से बातचीत शुरू गई है।