Mp03.in संवाददाता  भोपाल :
 

रातीबड़-सामूहिक आत्महत्या करने वाले भूपेन्द्र विश्वकर्मा के परिजनों ने आज सुबह रीवा में हाईवे पर चारों के शव रखकर चक्काजाम किया। परिजनों ने पूरे मामले की सीबीआई जांच और परिजनों को एक करोड़ रूपए की मुआवजा राशी के साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक शिव विहार कॉलानी नीलबड़ निवासी ३८ वर्षीय भूपेन्द्र विश्वकर्मा ने अपनी ३४ वर्षीय पत्नी रितू के साथ मिलकर बुधवार-गुरुवार की रात अपने दो मासूम बेटों, ८ वर्षीय ऋतुराज और ३ वर्षीय ऋषिराज को कोल्ड्रिंक में जहर देकर मार दिया था। इसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इससे पहले मृतक ने अपने परिवार के साथ सेल्फी खींच कर दो पन्नों का सुसाइड नोट अपनी भतीजी को व्हाट्सएप पर भेजा था। इन चार मौतों के पीछे आन लाइन जॉब फ्राड में फंसाकर ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है। गुरुवार  पोस्टमार्टम के बाद परिजन चारों के शव लेकर  अम्बा गांव रीवा , दाह संस्कार के लिए ले गए थे। जहां पर आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे मृतकों के परिजनों ने गांव के लोगों के साथ मिलकर चुरहटा स्थित बायपास रोड पर शव रखकर चक्काजाच कर दिया।

 परिजनों ने शासन से मृतक के परिवार को 1 करोड़ रूपए मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। एसपी रीवा विवेक सिंह ने बताया कि चक्काजाम की सूचना पर एसडीएम अनुराग तिवारी और सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी समेत पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।