Mp03.in संवाददाता  भोपाल :

नेहरू नगर पुलिस लाइन में अपने आवास पर ही  ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्त्या। 

एसीपी टीटीनगर चंद्रशेखर पांडे ने बताया कि मूलत: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के रहने वाले ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव माता-पिता और तीन बेटों के साथ रहते थे। बुधवार सुबह जल्दी उठ गए थे, उसके बाद बेटे से रायफल साफ करने के लिए मांगी और थोड़ी ही देर बाद स्वजनों ने गोली चलने की आवाज सुनी। स्वजन बाहर की तरफ दौड़े तो ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव बाहर के कमरे के गेट पर लहुलूहान हालत में पड़े थे। गोली गोली ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव की ठुड्डी को चीरते हुए सिर से बाहर निकल गई। हादसे की जानकारी लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई थी। ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव पिछले कुछ दिनों से अवकाश पर चल रहे थे।मृतक एएसआइ के भाई देवेंद्र का कहना है कि  ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव कुछ समय से अवकाश थे।  ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव का डिप्रेशन का इलाज भी चल रहा था। सुबह बेटे अमित से बात की और कहा कि  ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव कल से नौकरी शुरू करेंगे। बाद में  बेटे अमित से रायफल साफ करने लिए मांगी। थोड़ी ही देर में गोली चलने की आवाज सुनाई दी। योगेंद्र के तीन बेटों में सबसे बड़ा बेटा अमित संगीतकार है। दूसरा बेटा सुमित प्राइवेट नौकरी करता था।घटना की जानकारी लगते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस की शुरूआती जांच में पत्नी की कैंसर की बीमारी से करीब दो साल से डिप्रेशन की बात सामने आ रही है। जबकि  ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव के पिता भी बीमार रहते हैं। पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को हमीदिया अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। अधिकारियों का कहना है कि स्वजन  ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव के डिप्रेशन की बात तो बता रहे है। लेकिन  ट्रैफिक विभाग में पदस्थ एएसआई योगेंद्र यादव ने यह कदम क्यों उठाया, यह बात स्पष्ट नहीं हो पा रही है।

पुलिस उपायुक्त प्रियंका शुक्ला ने बताया कि शुरूआती जांच में योंगेद्र यादव का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उन्होंने बंदूक अपने स्वजन से साफ करने के लिए मांगी थी। उसके बाद गोली चलने की आवाज आई। स्वजनों के बयान से स्पष्ट होगा कारण क्या है।