अलका लांबा बनी महिला कांग्रेस अध्यक्ष
वरुण चौधरी को बनाया एनएसयूआई का अध्यक्ष
नई दिल्ली । अलका लांबा को कांग्रेस ने महिला कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है। वहीं वरुण चौधरी को एनएसयूआई का अध्यक्ष बनाया है। वरुण एनएसयूआई के वर्तमान अध्यक्ष नीरज कुंदन की जगह लेंगे।
पिछले दिनों एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी ने 5 छात्र नेताओं के साक्षात्कार लिए थे, जिसमें राजस्थान से विनोद जाखड़, तेलंगाना से वेंकट और अनुलेखा, दिल्ली से वरुण चौधरी, हरियाणा से विशाल चौधरी के नाम शामिल थे। राहुल गांधी ने जब एनएसयूआई अध्यक्ष पद के लिए साक्षात्कर लिया तब प्रभारी कन्हैया कुमार भी उपस्थित थे।
एनएसयूआई के अध्यक्ष की दौड़ में वरुण चौधरी आगे निकल गए हैं। वरुण चौधरी दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के सबसे युवा सचिव रहे चुके हैं। वहीं विनोद राजस्थान यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रहे हैं।
इस संबंध में कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया पर पार्टी के महासचिव के हस्ताक्षर वाला नोटिस शेयर किया है, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से अखिल भारतीय महिला कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के अध्यक्षों की नियुक्ति की है। नोटिस के अनुसार अलका लांबा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष होंगी, जबकि वरुण चौधरी को एनएसयूआई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
अलका लंबा महिला कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी रह चुकी हैं
अलका लांबा का राजनीतिक सफर 1994 में शुरू हुआ था। उन्हें कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई में कन्वीनर का पद मिला था। इसके बाद 1997 में अलका लांबा एनएसयूआई की अध्यक्ष बनीं। 2002 में कांग्रेस ने उन्हें भारतीय महिला कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी बनाया।
-2014 में आम आदमी पार्टी में हुई थीं शामिल
अलका लंबा 2003 में भाजपा के नेता मदन लाल खुराना के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं, हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अलका लंबा 2014 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई थीं, वह 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के की ओर से चांदनी चौक से चुनाव में उतरी और जीत हासिल की।
-अलका वापिस 2020 में कांग्रेस में लौटीं
2019 में आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देकर वापिस कांग्रेस में शामिल हो गई। वह 2020 में कांग्रेस के टिकट पर चांदनी से चुनाव लड़ीं, लेकिन हार का सामना कर पड़ा।