आजमगढ़। जहानागंज थाना क्षेत्र के चकिया मुस्तफाबाद बनकटा में अपनी मां 65 वर्षीय चंद्रकला देवी और चार वर्षीय बेटे सार्थक की गोली मारकर हत्या करने के बाद नीरज पांडेय ने खुद को भी गोली मारकर मौत को गले लगा लिया, जबकि घायल सात वर्षीय बेटी संबृद्वि पांडेय जिला अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रही है। इससे स्वजन में कोहराम मचा रहा। सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना जिला अस्पताल के बाद पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। एहतियान मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात रही। घटना का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है।
एसपी ने बताया कि वाराणसी में पेट्रोल पंप पर काम करने वाला नीरज एक दिन पहले सोमवार को घर आया तभी से विवाद शुरू हुआ। मौके से अवैध असलहा बरामद कर लिया गया। फिलहाल पुलिस हर पहलुओं की पड़ताल कर रही है।

जहानागंज कस्बा के चकिया मुस्तफाबाद मोहल्ला निवासी 32 वर्षीय नीरज पांडये वारणसी में एक पेट्रोल पंप पर तेल भरने का काम करता था। उसके साथ परिवार भी रहता था। गर्मी की छुट्टी में पत्नी बच्चों के साथ घर आई थी। सोमवार को नरीज पांडेय भी छुटी लेकर घर आया था। सोमवार को पति-पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान माता-पिता के समझाने पर मामला सुलझ गया। इसके बाद एक बार फिर मंगलवार की सुबह दोनों में विवाद हो गया तो नीरज विवाद के बाद बाजार चला गया।

दोपहर करीब दो बजे वह नशे की हालत में घर पहुंचा। उसका चार साल का बेटा सार्थक और सात साल की बेटी संबृद्धि कमरे में आईसक्रीम खा रहे थे। दोनो डांट कर कमरे से बाहर कर दिया, इसके बाद पत्नी से माधुरी से विवाद करने पर उस पर गोली चला दी, माधुरी जान बचा कर बाहर भागी। बीच-बचाव में आई मां 55 वर्षीय चंद्रकला को गोली मार दी। गोली लगते ही मां जमीन पर गिर गई।

इसके बाद नीरज पांडेय ने साथर्क और पुत्री संबृद्धि को गोली मार दी। दोनो के पेट में गोली लगी दोनो लहूलुहान होकर घर में गिर गए। तीनो लोगों को गोली मारने के बाद नीरज ने स्वयं को गोली मार ली। मौके पर ही नीरज और उसकी मां की मौत हो गई। गोलियों की तड़तड़हाट बंद होने पर पड़ोस के लोग पहुंचे सभी लोग जमीन पर गिरे हुए थे। दोनो बच्चे तड़प रहे थे। स्थानीय लोगों घायल बच्चों को लेकर कोल्हूखोर सीएचसी पर पहुंचे, डाक्टर ने दोनो को रेफर कर दिया। मंडलीय अस्पताल पहुंचने पर डाक्टर ने सार्थक को मृत घोषित कर संबृद्धि की हालत गंभीर देख रेफर कर दिया। गांव में मौत से मातम छाया हुआ है।