भाजपा मध्य प्रदेश के  विधानसभा चुनाव के समर में पहली सूची जारी हुए लगभग 15 दिन हो चुके हैं , परंतु कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक कोई सूची जारी न होने की स्थिति में मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी संगठन स्तर पर एवं राष्ट्रीय स्तर पर असमंजस में दिखाई दे रही है वहीं दूसरी ओर कल रात को एक वायरल सूची के जारी होने के बाद कई सवाल इस सूची को लेकर उठ खड़े हुए हैं । हालांकि वायरल सूची के मामले में कांग्रेस कमेटी एवं प्रवक्ता के के मिश्रा ने इसे फर्जी बताया एवं कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी है , परंतु सूत्र बताते हैं कि उपरोक्त सूची फाइनल सूची थी जिस पर लंबा विचार विमर्श होने के बाद जारी करने की तैयारी थी । परंतु लगभग एक दर्जन से अधिक सीटों पर विवाद सामने आने के बाद उपरोक्त सूची को रातों-रात फर्जी बताते हुए इसे निरस्त एवं गलत बता दिया गया ।
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भोपाल ,इंदौर सहित कई सीटों पर गहराया विवाद अंततः सूची फर्जी घोषित ।
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इस संबंध में सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कल शाम 5:00 बजे के लगभग सोशल मीडिया पर कांग्रेस पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल के हस्ताक्षर एवं सील के साथ 55 उम्मीदवारों की सूची वायरल हुई । इस सूची में भोपाल से लेकर इंदौर एवं मध्य प्रदेश के कई जिले से संबंधित उम्मीदवारों के नाम शामिल थे । सूची में जो सील एवं हस्ताक्षर हैं , वह हुबहू संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल के हैं । एवं तथ्य यह भी सामने आया कि हस्ताक्षर एवं सील का उपयोग पूर्व में नहीं हुआ , अर्थात अगर हस्ताक्षर एवं सील फर्जी है तो इनका मिलान एवं सत्यापन सही कैसे है ..
सूत्र बताते हैं कि दो दिवस पूर्व तक इस सूची को लेकर लगातार मैराथन बैठक मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली तक जारी रही थी और अनुमान लगाया जा रहा था कि यही सूची सामने आएगी । और वही हुआ कल जब राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली में चल रही थी , भारतीय जनता पार्टी की देर रात सूची जारी होने के डर एवं असमंजस के बीच देर शाम को यह सूची जारी कर दी गई । परंतु एक दर्जन से अधिक सीटों पर अचानक हुए विवाद की पराकाष्ठा ने इस सूची को फर्जी घोषित कर दिया ।
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भोपाल सहित इंदौर एवं कई जिलों में बड़ा विवाद , मामला रातों-रात बगावत तक पहुंचा ।
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हालांकि कांग्रेस पार्टी ने वायरल हुई सूची का सत्यापन ना करते हुए इसे पूरी तरह फर्जी करार दिया है परंतु सूत्र बताते हैं कि सूची दोपहर को ही जारी हो गई थी और देर शाम को वायरल हो गई । उपरोक्त सूची में भोपाल की सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने अपनी उम्मीदवार घोषित कर दिए थे । सबसे अधिक विरोध की स्थिति भोपाल की साउथ सीट से संजीव सक्सेना के उम्मीदवारी को लेकर पैदा हुई और उसके साथ ही उज्जैन की नॉर्थ सीट से नूरी खान इंदौर से चिंटू चौक से एवं अरविंद बागड़ी , सही तो महेश्वर से हीरालाल अलावा एवं डिंडोरी से ओंकार सिंह मरकाम कोलार से वीरेंद्र सिंह रघुवंशी चाचा से ममता मीणा विदिशा से शशांक भार्गव दतिया से अवधेश नायक बुधनी से अरुण यादव खुरई से गुड्डू राजा आदि नाम को लेकर 5 घंटे के अंदर ही मामला बगावत की स्थिति में एवं दिल्ली आला कमान तक जा पहुंचा । और जब दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक चल रही थी तब इस सूची के वायरल होने की जानकारी जैसे ही सोशल मीडिया के संबंध में कांग्रेस पार्टी को प्राप्त हुई वैसे ही कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता एवं कांग्रेस पार्टी के ट्विटर से इसे फर्जी घोषित कर दिया गया । जबकि हकीकत इसके विपरीत थी , सूची असली थी परंतु बगावत एवं भारी विरोध के चलते इसे जानबूझकर फर्जी घोषित किया गया ।।