सिलेंडर लीक होने से महिलाओं और बच्चों सहित 24 लोगों की मौत
जोहानिसबर्ग । दक्षिण अफ़्रीका स्थित जोहानिसबर्ग के पास बोक्सबर्ग शहर में एक सिलेंडर से जहरीली गैस का रिसाव होने से तीन बच्चों सहित 24 लोगों की मौत हो गई। दक्षिण अफ्रीका की पुलिस ने बताया कि आपातकालीन सेवाओं के अनुसार शुरूआत में 16 लोगों की जान गयी लेकिन बाद में ये संख्या 24 हो गयी। स्थानीय एजेंसी के अनुसार एकुरहुलेनी नगर पालिका के प्रवक्ता विलियम नटलडी ने कहा कि अधिकारी अभी भी घटनास्थल पर और पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं। जानकारी मिली कि बुधवार रात दक्षिण अफ्रीका के बोक्सबर्ग शहर में एंजेलो अनौपचारिक बस्ती में संदिग्ध गैस के कारण 24 लोगों की जान चली गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ज़मा-ज़मा, जो अनौपचारिक बस्ती में एक झोंपड़ी से काम करते हैं। यहां एक गैस सिलेंडर लीक हो गया था जिससे नाइट्रिक ऑक्साइड फैल गया था। पुलिस के अनुसार हादसा जोहानिसबर्ग के पूर्वी इलाके में बोक्सबर्ग शहर में एक बस्ती में हुआ।
इस संबन्ध में आपातकालीन सेवाओं के प्रवक्ता विलियम नतलाडी ने बताया कि एंजेलो बस्ती में एक झोपड़ी में रखे गैस सिलेंडर से रिसाव के कारण यह हादसा हुआ। रिसाव बंद होने के बाद बचाव कर्मी घटनास्थल पर हताहतों की तलाश कर रहे हैं। हालांकि स्पष्ट नहीं है कि गैस रिसाव कब शुरू हुआ, लेकिन जब आपातकालीन कर्मचारी लगभग 8 बजे घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक सिलेंडर पहले ही सूख चुका था। एक अन्य अधिकारी ने उस भयानक दृश्य का विवरण भी दिया जहां शव बरामद किए गए थे। उन्होंने दावा किया कि पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे भी थे, जिनके अवशेष विस्फोट के कारण रिसाव के स्रोत से ज्यादा दूर बस्ती के आसपास बिखरे हुए थे।
यहां के एक अधिकारी ने बताया कि ज़मा-ज़मा लोग समुदाय के बीच रहते हैं और गैस सिलेंडर का उपयोग करके सोने की धातु को साफ और परिष्कृत करते हैं। इस बार गैस सिलेंडर लीक हो गया, जिसके परिणामस्वरूप सो रहे लोगों का दम घुट गया। जो लोग जाग रहे थे, उन्होंने भागने की कोशिश की लेकिन धुएं के कारण उनकी मौत हो गई। इस बीच, स्थानीय मेट्रो पुलिस विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि शुरुआती कॉल केवल विस्फोट के बारे में रिपोर्ट करने के लिए थी। उन्होंने कहा कि आगे की जांच के बाद ही यह कहा जा सका कि यह विस्फोट नहीं था, गैस रिसाव हुआ था। क्योंकि शव घटनास्थल और उसके आसपास ही पड़े हुए हैं। गैसले जा रहे एक ट्रक के पुल के नीचे फंस जाने और विस्फोट होने से 41 लोगों की मौत हो गई थी।