पांचवें दिन मिला अखिरी शव, सीधी हादसे में मृतकों की संख्या 54 हुई
mp03.in संवाददाता भोपाल
प्रदेश के सीधी जिले में 16 फरवरी को नहर में गिरी सवारियों से भरी बस के हादसे में शामिल आखिरी मृतक का शव शनिवार को बरामद कर लिया गया। जबलपुर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें शनिवार सुबह से ही सुरंग में सर्चिंग में जुटी थीं। मृतक कुकरीझर निवासी अरविंद विश्वकर्मा (22) का शव शनिवार दोपहर करीब 1 बजे गोविंदगढ़ थाने के अमिलकी गांव के पास नहर में मिला। आखिरी शव बरामद होने के बाद प्रशासन का बीते पांच दिनों से चल रहा सर्चिंग ऑपरेशन अब बंद कर दिया गया है। हादसे में मरने वालों की संख्या अब 54 हो गई है। 7 लोगों को बचा लिया गया था।

दो बार तलाशने पर नहीं मिली थी सफलता
शनिवार से पहले एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमों ने पहले सुरंग में 2 बार तलाश की थी। लेकिन मृतक अरविंद का शव नहीं मिल पाया था। रेस्क्यू टीम ने कांटा भी डाला, लेकिन सफलता नहीं मिली। फिर तीसरी कोशिश में शव मिल गया। हादसे वाले दिन अरविंद अपनी बुआ की बेटी यशोदा को एएनएम की परीक्षा दिलाने ले जा रहा था, लेकिन बस के नहर में गिरने से दोनों की मौत हो गई। यशोदा का शव 16 फरवरी को ही मिल गया था। अरविंद चार भाई-बहनों में सबसे बड़े थे और इसी साल उनकी शादी होनी थी। अरविंद सीधी में कंप्यूटर का जॉब करता था। वह मंगलवार को बहन के साथ सतना के लिए बस से रवाना हुआ था।
ड्राइवर की लापरवाही से हुआ था हादसा
16 फरवरी को सीधी से जबलनाथ परिहार की 32 सीटर बस एमपी19 पी 1882 सुबह करीब 5 बजे सतना के लिए रवाना हुई थी। बस में सीधी, सिंगरौली जिले के कुल 63 यात्री सवार थे। इनमें से 3 यात्री बीच में ही उतर गए थे। बस में ज्यादातर लड़कियां एएनएम की परीक्षा देने सतना जा रही थीं। रास्ते में छुहिया घाटी में लगे जाम से बचने के लिए ड्राइवर ने बस को जिगिना नहर रोड पर डायवर्ट कर दिया था। बस ओवरलोड थी और स्पीड भी तेज थी, इसलिए ड्राइवर कंट्रोल नहीं कर पाया और बस नहर में गिर गई।