ब्रिटिश उच्चायोग ‘अंडरस्टेंडिंग स्कोपिंग शोध अध्ययन’ आज से शुरू
mp03.in संवाददाता भोपाल
मप्र पुलिस मानव तस्करी और प्रशिक्षण रिपोर्ट में मौजूदा रूझानों को समझने के लिये गैर सरकारी संगठन एफएक्स के साथ ब्रिटिश उच्चायोग अंडरस्टेंडिंग स्कोपिंग शोध अध्ययन आज से शुरु करने जा रहा है।
दक्षिण एशिया के लिए यूके के व्यापार आयुक्त व पश्चिमी भारत के ब्रिटिश उप उच्चायुक्त एलन जेम्मेल ने कहा कि मानव तस्करी से निपटना एक वैश्विक चुनौती है। यूके सरकार और उसके नए विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय के लिए प्राथमिकता है। मध्य प्रदेश सरकार और गैर सरकारी संगठन एफएक्सबी इंडिया सुरक्षा के साथ हमारी साझेदारी के माध्यम से 1900 पुलिस अधिकारियों ने इस अवैध और अमानवीय प्रथा से निपटने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त किया है। यू.के. सभी प्रकार के बालात श्रम और मानव तस्करी के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है और इस मिशन पर भारत के साथ काम करता है। 2019-20 में ब्रिटिश उच्चायोग (बीएचसी) ने मानव तस्करी से प्रभावी रूप से निपटने हेतु कानून प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमता को मजबूत करने के लिए एनजीओ एफएक्सबी इंडिया सुरक्षा द्वारा संचालित एक परियोजना को वित्त घोषित किया। इसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस के साथ एफएक्सबी इंडिया सुरक्षा द्वारा एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। परियोजना का उद्देश्य मध्य प्रदेश में मानव तस्करी से निपटने के लिए सक्रिय और कुशल राज्य कानून प्रवर्तन प्रतिक्रियाओं और हस्तक्षेपों को सक्षम करना था। परिणाम स्वरूप 1900 पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया और इस विषय पर स्थानीय पुलिस द्वारा पेश किए गए रुझानों और चुनौतियों को समझने के लिए एक शोध अध्ययन तैयार किया गया।
डीजीपी होंगे शामिल ।
स्कोपिंग रिसर्च स्टडी एंड ट्रेनिंग रिपोर्ट की लॉचिंग में पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, एफएक्सबी की सीईओ ममता बॉरगोयरी भी शामिल होंगी। इस अवसर पर सत्र को विशेष पुलिस महानिदेशक अरूणा मोहन राव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनुराधा शंकर, तेलगांना के एडीजी महेश मुरलीधर भागवत, गुजरात के एडीजी अनिल प्रथम हरियाणा के आईजी डॉ. हनीफ कुरैशी, ईडी अलंकिृता सिंह (आई.पी.एस.) व रिर्चड बारलो, चेरिस मिलर, प्रद्युम्न बोरा संबोधित करेंगे।