सरकारी योजनाओं के नाम पर प्रदेश में ठगी करने वाली कंपनी के ब्रांच मैनेजर को पुूलिस ने किया गिरफ्तार
mp03.in संवाददाता भोपाल
सरकार की मिलती-जुलती योजनाओं के नाम पर झांसे में लेकर प्रदेश के बेरोजगारों से ठगी करने वाली चिटफंड कंपनी के एक ब्रांच को पिपलानी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि गिरोह का सरगना विदेश भाग चुका है। हालांकि पुलिस ने कंपनी के दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारियों को आरोपी नहीं बनाया है।
पिपलानी पुलिस ने शुक्रवार को पैसा दुगुना करने के नाम पर ठगी करने वाली चिटफंड कंपनी श्रीस्वामी विवेकानंद मल्टी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। पुलिस ने कंपनी के दफ्तरों पर छापामार कार्रवाई कर 1 करोड़ 36 लाख रुपए नगद भी बरामद किए हैं। इस प्रकरण में 14-15 लोगों को आरोपी बनाया गया है। सभी की तलाश में लगातार सर्चिंंग की जा रही है। सबसे पहले पुलिस ने कंपनी के प्रतिनिधि निशातपुरा निवासी विनोद तिवारी तथा गंजबासौदा निवासी अंगद कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया था। शुक्रवार देर रात पुलिस को कंपनी के एक और मैनेजर शशांक श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया। जोकि आनंद नगर ब्रांच का मैनेजर है।
सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगते थे
जांच में यह बात सामने आई है कि सरकार की योजनाओं से मिलते-जुलते नामों वाली स्कीम चलाकर कंपनी लोगों के साथ ठगी करती थी। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि कंपनी का प्रमुख समीर शर्मा है। उसने ही पूरे प्रदेश में कंपनी का सेटअप तैयार किया। राज्य में कंपनी की 169 ब्रांच खोली गईं। सभी ब्रांचों में मामूली सैलरी पर बेरोजगार युवकों को नौकरी पर रख लिया। जब कंपनी सुचारू रूप से चलने लगी तो समीर शर्मा एक साल पहले विदेश चला गया। यहां पर उसने जिन लोगों को कंपनी की फ्रैचायजी दी वे इस पूरे फर्जीवाड़ को जानते थे। इसके बावजूद लोगों के साथ ठगी करते रहे।
कोट्स
कंपनी के सभी द तरों में पैसे नगदी के रूप में ही जमा किए जाते थे इसी वजह से बड़ी मात्रा में नगदी बरामद हुई है। ठगी के अन्य आरोपियों की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
चैनसिंह रघुवंशी, टीआई पिपलानी