सी.सी.टी.एन.एस. में मप्र पुलिस अब देश में अव्वल !

mp03.in संवाददाता भोपाल
राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सी.सी.टी.एन.एस.क्रियान्वयन की सतत मॉनिटरिंग प्रगतिसमीक्षा के रूप में की जाती है। ‘प्रगति समीक्षा’के आधार पर माह दिसम्बर 2020 की प्रगति समीक्षा में मध्यप्रदेश को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ था, जबकि माह फ़रवरी 2021 की प्रगति समीक्षा में मध्यप्रदेश सी.सी.टी.एन.एस. टीम को प्रथम स्थान पर मिला है।
सी.सी.टी.एन.एस(क्राइम एण्ड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क सिस्टम) भारत सरकार के राष्ट्रीय ई-शासन योजना के तहतएक महत्वाकांक्षी परियोजना हैजिसके अंतर्गत वर्तमान में संपूर्ण मध्यप्रदेश में 1068 थाने एवं 638 वरिष्ठ कार्यालयों में सी.सी.टी.एन.एस कार्यशील है।
वर्तमान में सी.सी.टी.एन.एस के माध्यम से हमारे द्वाराप्राथमिकी पंजीकरण,गैर संज्ञेय रिपोर्ट, मेडिको लीगल केस, गुमशुदा व्यक्ति, खोयी हुई संपत्ति, लापता मवेशी, विदेशी पंजीकरण, सी -फार्म, लावारिस/परित्यक्त संपत्ति, अज्ञात/पाया व्यक्ति, निवारक कार्यवाही, पर्यवेक्षण रिपोर्ट/प्रगति का पंजीकरण, अज्ञात मृत शरीर/अस्वाभाविक मृत्यु पंजीकरण,अनुसंधान संबंधी कार्य, शिकायतों के पंजीकरण, डेटाबैंक सेवाएं आदि कार्य किये जाते हैं।
मध्यप्रदेश सी.सी.टी.एन.एस एवं ई-कोर्ट इंटीग्रेशन प्रारंभ किया गया है जिससे न्यायालय को एफ.आई.आर., चालान तथा संपूर्ण केस डायरी का डेटा प्रदाय किया जा रहा है एवं आई.सी.जे.एस. के माध्यम से पुलिस विभाग को कोर्ट से विभिन्न पैमानों पर प्रकरण की स्थिति सही समय पर प्राप्त होती है।
सी.सी.टी.एन.एस के माध्यम से नागरिकों को विभिन्न सेवाएं प्रदान की गयी हैं जिनमें दिनांक 2/2/2021 तक अशासकीयसेवा हेतु चरित्र प्रमाणपत्र अनुरोध (178538), खोई संपत्ति पंजीयन (81028), पुलिस हेतु सूचना (14020), शिकायत पंजीकरण (10408), किरायेदार/पीजी सूचना पंजीयन (5842), नागरिक प्रतिक्रिया (639), घरेलू/असंगठित व्यवसायिक सहायक पंजीयन (38),पंजीकरण प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त नागरिकों हेतु मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा तैयार मोबाइल एप्प एमपीईकॉप भी उपलब्ध है जिसके लगभग 1,63,894 इंस्टालेशन हो चुके हैं।
डीजीपी विवेक जौहरी के मार्गदर्शन,पूर्व एडीजी ,एसीआरबी राजेश चावला वर्तमान एडीजी एससीआरबी चंचल शेखर एवं आईजी,एससीआरबी मकरंद देऊस्कर के दिशा निर्देश में मध्यप्रदेश पुलिस की सी.सी.टी.एन.एस टीम द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है।