आरो पाट्स की दुकान व गोदाम में आग, लाखों का माल खाक
Share on social media
mp03.in संवाददाता भोपाल
शनिवार सुबह भाजपा कार्यालय के पड़ोस स्थित एक वाटर प्यूरीफायर और आरो पार्ट्स दुकान व गोदाम में भीषण आग लग गई, इस हादसे में दुकान व गोदाम में रखा लाखों रूपए का माल जलकर खाक हो गया।
जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह सवा सात बजे भाजपा कार्यालय के पड़ोस स्थित काप्लेक्स की दुकान के शटर के अंदर से धुआं उठता देख लोगों ने फायर कंट्रोल को सूचना दी गई। फायरकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाना शुरू किया, इसी बीच दुकान के संचालक भी मौके पर पहुंच गए। हबीबगंज थाने के उप निरीक्षक भरत प्रजापति ने बताया कि रामबाबू यादव की भाजपा कार्यालय के पास कृष्णा इंटर प्राइजेज के नाम से दुकान व गोदाम है। रामबाबू यादव बीती रात दुकान बंद कर घर चले गए थे। आज सुबह उन्हें किसी परिचित ने फोन कर बताया कि दुकान में आग लग गई है। रामबाबू जब दुकान पहुंचे तब दमकममिर्यों द्वारा आग बुझाने का कार्य किया जा रहा था। दुकान के अंदर गोदाम होने के कारण आग बुझाने में काफी मशक्कत करना पड़ी।
एक ही एंट्री प्वाइंट था
थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस को देर से सूचना दी गई। लेकिन प्रभात गश्त में पुलिस के होने से टीम मौके पर पहुंच गई थी। दुकान व गोदाम में आने-जाने का गेट एक ही शटर था। शटर खोलने पर अंदर से धुएं का भारी गुबार बाहर आ रहा था, जिस कारण आग बुझाने में दमकलकर्मियों को काफी मशक्कत करना पड़ी। धुआं निकलने का अन्य कोई स्थान नहीं होने से दमकलकर्मी अंदर नहीं घुस पा रहे थे। बाहर से पाइप से प्रेशर के साथ पानी मारकर आग बुझाई जा रही थी। आग पर काबू पानी के बाद धुआं कम हुआ, तब बचावकर्मी अंदर पहुंच पाए।
शार्ट सर्किट की आशंका
एसआई ने बताया कि रामबाबू यादव की शिकायत पर आगजनी का मामला दर्ज किया जा रहा है। दमकलकर्मी शटर का ताला तोड़कर आग बुझाना शुरू किए हैं, ऐसे में आग अंदर किसी कारण से लगी है। प्रथम दृष्टया आग शार्ट सर्किट से लगने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि दुकान व गोदाम के अंदर की पूरी वायरिंग व कम्प्यूटर जलकर खाक हो गए हैं, इससे यह पता नहीं लगा कि आग कहां से लगी होगी। जांच के लिए एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है, वहीं बिजली कंपनी के अधिकारियों को भी सूचना दी गई है। आग से लाखों के नुकसान की बात फरियादी द्वारा बताई गई है, हालांकि दुकान व गोदाम में रखे सामान व पार्ट्स की सूची मिलने के बाद ही पता चलेगा कि कितने का नुकसान हुआ है।