मेडिकल में दाखिले का झांसा देकर छात्रों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश !

– www.neetcounselling.com. साइट पर सर्चिग के दौरान छात्रों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया जाता था।
– देशभर के लगभग सभी राज्यों से सैकड़ो छात्र आरोपियों के धोखाधड़ी का षिकार हो चुके है।
– देश के विभिन्न राज्यों में अभी तक लगभग 1 करोड रूपये से ज्यादा की धोखाधडी कर चुके है।
mp03.in संवाददाता भोपाल
मेडिकल कॉलेज में एडमीशन के नाम पर छात्रों से ठगी करने वाले अर्न्तराज्यीय गिरोह को सायबर क्राइम भोपाल ने पर्दाफाश किया है। सायबर क्राइम टीम ने पुणे, महाराष्ट्र एवं इन्दौर से गिरोद के सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार एडीजी ए.सांई मनोहर एवं डीआईजी (श्हर) भोपाल इरशाद वली, एसपी (दक्षिण) साई कृष्णा थोटा के द्वारा सायबर फ्रॉड के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इन्हीं निर्देशों के पालन में एडिशनल एसपी जोन-1 अंकित जायसवाल व डीएसपी सायबर नीतू सिंह के मार्गदर्शन में सायबर क्राइम ब्रान्च टीम द्वारा मेडीकल कॉलेज में एडमीशन के नाम जालसाजी करने वाले की शिकायत की जांच कर रही थी। शिकायत में फरियादी के साथ मेडिकल में दाखिले का झांसा देकर जालसाजी की गई थी। 8 फरवरी को आवेदक के द्वारा षिकायत की गई कि इन्दौर स्थित नीट काउन्सलिंग नामक कंपनी के द्वारा मुझे मेडीकल कॉलेज में एडमीशन के नाम से फोन पर संपर्क किया एवं एमपी नगर भेपाल में मुलाकात कर खाते में पैसे जमा करवा लिये और मेरे साथ एडमीशन के नाम पर धोखाधड़ी की गई। प्राप्त आवेदन की जॉच की गई जिसमें कुल 02 बैंक खातो में फरियादी से पैसा जमा कराया गया। बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खातो के उपयोगकर्ताओं एवं मोबाइल नंबरो के उपयोगकर्ताओं के विरूद्व अपराध क्र-28/2021 धारा 420 भादवि का पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। जिसके बाद आरोपियों को पूणे, महाराष्ट्र व इंदौर से गिरफ्तार किया गया।
तरीका वारदातः-
आरोपीगणों द्वारा – www.neetcounselling.com.साइट के माध्यम से नीट में परीक्षा दे चुके छात्रो को फसाया जाता था। इसके लिये नीट में परीक्षा दे चुके छात्रो के बारे में डाटा आरोपीगण द्वारा www.studentdatabase.com. साइट से खरीदकर नीटकाउंसलिंग साइट पर लेते थे। तत्पष्चात बल्क मेसेज व फोन द्वारा छात्रो से संपर्क कर नीट काउन्सलिंग की बेवसाइट विजिट करने को कहा जाता था। जहां आरोपीगण द्वारा 50000, 25000 और 5000 रुपये की तीन प्रकार की सर्विस दी जाती थी। जिसमें से 50000 रुपये की सर्विस में छात्रो को एमबीबीएस की सीट उपलब्ध कराने का झासा दिया जाता था तथा विभिन्न शहरो जैसे भोपाल, इंदौर, बैग्लोर तथा पुणे आदि शहरो में काउन्सलिंग के लिये छात्रों को बुलाकर 50000 रुपये जमा कराये जाते थे और उसके बाद आरोपीगणो द्वारा मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया जाता था। विवेचना के दौरान फरियादी द्वारा दिये गये समस्त दस्तावेज व साक्ष्यो का इलेक्ट्रानिक विवेचना के आधार पर www.neetcounselling.com. साइट के ओनर आरोपी अरुगुण्डा अरविन्द कुमार उर्फ आनन्द राव अपने अन्य सहयोगियो के साथ मिलकर नीट काउन्सलिंग नाम से कंपनी का संचालन करता है जिसमें आरोपी फरियादियो से संपर्क कर उन्हे मेडीकल कॉलेज में एडमीशन के नाम पर फोन पर संपर्क करते है और मुलाकात करते है उसके बाद लोगो से मोटी रकम एडमीशन के नाम पर कंपनी के करण्ट अकाउण्ट में जमा कराते है। पैसा जमा कराने के बाद लोगो से संपर्क करना बंद कर देते है। आरोपीगणों द्वारा एक कॉल सेंटर संचालित किया जाता था जिसमें मुख्य आरोपी आनन्द राव कंपनी का संचालन करता था और सहयोगी के रुप में राकेष कुमार पंवार, अनामिका (परिवर्तित नाम) एंव अन्य है।पुलिस कार्यवाहीः- सायबर क्राइम जिला भोपाल की टीम द्वारा अपराध कायमी के पष्चात तकनीकि एनालिसिस के आधार पर त्वरित कार्यवाही कर कुल 03 आरोपीगणो को गिरफतार किया गया । आरोपीगणों से प्रकरण में प्रयुक्त 15 कम्प्यूटर, 12 लेपटॉप, 27 मोबाईल फोन, 13 एटीएम कार्ड, 01 पासपोर्ट, 02 बैंक चैकबुक व अन्य दस्तावेजो को जप्त किया गया है।
इनकी सराहनीय भूमिका
आरोपियों की गिरफ्तारी में एसआई भरतलाल प्रजापति, प्रआर प्रतीक उइके, आर. तेजराम सेन, आर. आदित्य आर. रुपेष पटेल, आर. उदित दण्डोतिया ,आर. यतिन चौरे, आर. सुमित कुमार की सराहनीय भूमिका रही।
पकडे गये आरोपीगणों का विवरण एवं आपराधिक रिकार्डः
1 अरविन्द कुमार उर्फ आनन्द राव : नाम परिवर्तित कर कंपनी संचालन एंव प्रबंधन
2राकेश कुमार पवांर : कॉल सेण्टर का संचालन करना, कर्मचारियों की भर्ती एवं वेतन का प्रबंध करना
3अनामिका (परिवर्तित नाम): एडमीशन के लिये छात्रों से मीटिंग करना।