ट्रेन में चढ़ने की कोशिश के चलते प्लेटफार्म-ट्रेन के बीच से फंसे यात्री को बचाया

mp03.in संवाददाता भोपाल
रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में सवार होने की कोशिश में एक यात्री फिसलने के कारण ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच फंस गया। आरपीएफ आरक्षक की नजर पड़ी तो उसने अपनी जान की परवाह किए गए लोगों की मदद से उसे किसी तरह बाहर निकाला। इस दौरन चैन पुलिंग कर गाड़ी को रोका गया और बाद में यात्री को सकुशल उसकी सीट पर बिठाकर ट्रेन को रवाना किया।
जानकारी के अनुसार भोपाल आरपीएफ पोस्ट पर तैनात एएसआई महेंद्र कुमार नामदेव और आरक्षक सत्येंद्र सिंह रविवार को स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में टिकट चैकिंग स्टाप के साथ ड्यूटी पर तैनात थे। दोपहर करीब 15.40 बजे यह ट्रेन भोपाल रेलवे स्टेशन पर रुकी और पांच मिनट बाद आगे के लिए रवाना हो गई। ड्यूटी समाप्त होने पर आरपीएफ आरक्षक सत्येंद्र सिंह ट्रेन से उतरकर पोस्ट पर जा रहे थे, तभी उन्हें इसी ट्रेन के कोच नंबर एस-2 के गेट से लटककर गाड़ी और प्लेटफार्म के बीच एक यात्री फंसता हुआ दिखाई दिया। सत्येंद्र ने अपनी जान की परवाह किए बगैर ही सूझबूझ एवं समझदारी का परिचय देते हुए तुरंत ही उक्त यात्री को अन्य यात्रियों की मदद से खींचकर बाहर निकाल लिया। इस बीच ट्रेन में मौजूद यात्री की पत्नी ने अन्य यात्रियों की मदद से चैनपुलिंग कर गाड़ी को भी रोक दिया। पूछताछ करने पर यात्री ने अपना नाम राजेश डागुर (42) निवासी मनमोहन लायब्रेरी के पास, अशोक चौक, अशोक नगर, नागपुर बताया। पूछताछ पर राजेश ने बताया कि वह भोपाल से नागपुर की यात्रा रह रहा है, जिसकी सीट एस-2 में बर्थ क्रमांक 26 एवं 27 है। भोपाल स्टेशन से पानी लेकर चलती गाड़ी में चढ़ते समय उसका पैर फिसल गया था। उसे मामूली चोटें आई थी। आरपीएफ ने प्राथमिक उपचार के लिए पूछा तो उसने मना करते हुए यात्रा करने की बात कही। इस पर राजेश को सकुशल उसकी बर्थ पर बैठाया गया और 15.56 बजे गाड़ी गंतव्य को रवाना हुई। इस प्रकार आरपीएफ आरक्षक सत्येंद्र सिंह ने अपनी जान की परवाह किए बगैर यात्री की जान बचा ली। आरपीएफ अधिकारियों ने सत्येंद्र के इस कार्य की प्रशंसा की है।