मां की मौत से अवसाद में आई नौवीं कक्षा की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दी

– दस साल पहले हो चुकी है मां की मौत, तब से रहती थी डिप्रेशन में
mp03.in संवाददाता भोपाल
बागसेवनिया इलाके में मां की मौत के बाद बीते दस सालों से अवसाद में चल रही 9 वीं कक्षा की छात्रा ने शनिवार को अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी।फंदे पर लटका देखने के बाद में परिजन उसे लेकर एम्स पहुंचे थे, हालांकि डाक्टरों ने उसे देखने के बाद में मृत घोषित कर दिया। मृतका के परिवार में चार बहन-भाई और पिता हैं। अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पीएम के बाद परिजन को सौंप दिया है। छात्रा के पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है।
पुलिस के अनुसार गणेश मंदिर के पास बागसेवनिया निवासी खुशी सिंह राजपूत पिता आजाद सिंह राजपूत (15) नौवीं कक्षा की छात्रा थी। उसके पिता प्राइवेट काम करते हैं। खुशी की मां की करीब 10 साल पहले मौत हो गई थी। परिवार में पिता आजाद सिंह के अलावा खुशी की दो बहनें और एक भाई रहता है। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और वह अपने परिवार के साथ रहती है। शुक्रवार सुबह खुशी की बड़ी बहन कॉलेज चली गई थी, जबकि पिता काम पर चले गए थे। घर पर खुशी छोटा भाई और बहन थी। सुमित और बहन मोहल्ले में थे। इसी बीच खुशी ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।दोपहर करीब 12 बजे भाई सुमित और बहन घर पहुंचे तो उन्होंने खुशी को रस्सी के फंदे पर लटका देखा था। उनकी चीख पुकार सुनकर पड़ोसी घर पहुंचे और खुशी को फंदे से उतारकर एम्स पहुंचाया गया। वहां खुशी को मृत घोषित कर दिया गया। खुशी के पिता आजाद सिंह ने पुलिस को बताया कि मां की मौत के बाद बड़ी बहनों ने खुशी की परवरिस की है। पिता सुबह से ही काम पर चले जाते थे। गुस्सा खुशी की नाक पर रहता था और वह छोटी छोटी बात में गुस्सा हो जाती थी। उसे गुस्सा इस कदर आता था कि वह हफ्ते हफ्तेभर किसी से बातचीत नहीं करती थी।