नाबालिग की ज्यादती और हत्या के डेढ़ साल बाद मामले की जांच सीबीआई के खाते में
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mp03.in संवाददाता भोपाल
डेढ़ साल पहले मनुआभान टेकरी पर 12 साल की नाबालिग बच्ची की सामुहिक ज्यादती के बाद जघन्य हत्या की अनसुलझी जांच को मप्र सरकार ने सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा सी.बी.आई. को राज्य सरकार की सहमति भेज दी है। राज्य सरकार ने इस घटना से संबंधित अपराध, अपराधों के उत्प्रेरण तथा षडयंत्र संबंधी अनुसंधान की भी सहमति दी है। मालूम होकि 30 अप्रैल 2019 को मनुआभान टेकरी कोहेफिजा भोपाल में एक 12 वर्षीय बालिका के साथ घटित बलात्कार एवं हत्या के संबंध में थाना कोहेफिजा भोपाल में अपराध क्रमांक 276/19 धारा 363, 366, 376 भादवि एवं 5 (r) 6 लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 पंजीबद्ध किया गया है। इस मामले में कोहेफिजा पुलिस ने दो युवकों को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया था। जोकि आज भी भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद है। रौचक पहलू यह है कि करीब चार बार जेल में बंद आरोपियों का डीएनए टेस्ट मृतिका के शरीर से मिले सेंपलों से मैच कराया गया था, जिन्हें आरोपियों का मिलान नहीं हुआ।
ऐसे में डेढ़ साल चली पुलिस की जांच के बाद अब राज्य सरकार ने इस अपराध का अनुसंधान केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरों को हस्तांतरित कर दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 30 अप्रैल 2019 को मनुआभान टेकरी कोहेफिजा भोपाल में एक 12 वर्षीय बालिका के साथ घटित बलात्कार एवं हत्या की घटना की जाँच सी.बी.आई. से कराने का निर्णय लिया है। मुख्यतंत्री ने कहा है कि बालिकाओं के साथ अपराध की घटनाओं में अपराधियों को कड़ी सजा दिलाई जायेगी।