सालभर पहले हादसे में दो पैर खोने के बाद तनावग्रस्त युवक ने फांसी लगाकर जान दी

mp03.in संवाददाता भोपाल
रातीबड़ इलाके में एक साल पहले हुए हादसे के बाद दोनों पांव खोने से अपाहिज युवक ने डिप्रेशन में आने के बाद मंगलवार को घर में उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के लिए उसने मोहल्ले की पांच साल की मासूम से पहले स्टील की खाली टंकी और लकड़ी मंगवाई थी। लकड़ी से टीन शेड पर लगे पाइप में फंदा बनाकर उसने फांसी लगा ली। उसके पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिसमें उसने मौत के लिए स्वयं को जिम्मेदार बताते हुए पुलिस द्वारा किसी को परेशान न करने की बात लिखी है।
पुलिस के अनुसार गांव आमला निवासी ज्ञान सिंह पिता गौमता सिंह (22) के परिवार में माता-पिता और दो भाई है। सभी लोग मजदूरी करते हैं। ज्ञान सिंह के पिता गौमता सिंह मंगलवार सुबह मवेशियों के लिए चारा लेने चले गए, जबकि मां बकरी चराने गई थी। ज्ञान सिंह का एक भाई किराना दुकान में काम करता है और दूसरा मजदूरी दोनों अपने-अपने काम पर चले गए। घर पर ज्ञान सिंह अकेला था। ज्ञान सिंह एक साल पूर्व सड़क हादसे में अपने दोनों पैर गंवा चुका था। उसके पैर घुटने के ऊपर से कटने के कारण वह काफी परेशान था और कोई काम नहीं कर पाता था। ज्ञान सिंह ने पड़ोस में रहने वाली पांच साल की मासूम को घर पर बुलाया था। बच्ची घर पहुंची तो ज्ञान सिंह ने उससे एक लकड़ी बुलाई और घर में रखी स्टील की खाली टंकी। लकड़ी से उसने रस्सी का फंदा टीन शेड पर बनाया। इसके बाद टंकी पर चढ़कर गले में फंदा डालकर टंकी से कूद गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भिजवा दिया।