प्यारे मिंया यौनशोषण मामला, एक परिवार पहुंचा सीडब्ल्यूसी, तीन अगले सप्ताह जाएंगे

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mp03.in संवाददाता भोपाल
नाबालिग बच्चियों से यौन शोषण के मामले में आरोपी प्यारे मिंया की जांच में चार पीडिताओं में सिर्फ एक ही नाबालिग का परिवार सोमवार को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) पहुंचा। जिसकी काउंसलिंग की गई है।
समिति सदस्य डॉ. कृपाशंकर चौबे ने बताया कि अन्य तीनों पीड़िताओं के परिवारों से संपर्क किया गया है और उन्हें अगले सप्ताह आने के लिए बोला गया है। मालूम होकि पीड़िताओं को 25 फरवरी को उनके परिजनों को सौंप दिया गया था। इस दौरान बाल कल्याण समिति ने परिवारों के सामने कुछ शर्तें रखी थीं। इसमें एक शर्त यह थी कि परिवार हर माह की पहली तारीख को पीड़िताओं को समिति के सामने पेश करेंगे, ताकि उनके सर्वांगिण विकास और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।
14 जुलाई से संरक्षण में थी नाबालिग
यौन शोषण से जुड़ी पांच नाबालिग 14 जुलाई से समिति के संरक्षण में थी। हालांकि, बीते कुछ महीनों से परिजन बच्चियों को सौंपे जाने के लिए दबाव बना रहे थे। इसी बीच एक पीड़िता की बालिका गृह में तबियत बिगड़ने के बाद मौत होने से मामले ने तूल पकड़ लिया। मामला न्यायालय में होने से समिति ने बच्चियों को छोड़ने के संबंध में कोर्ट को प्रतिवेदन देकर उनसे मार्गदर्शन मांगा था।
कोर्ट ने इस संबंध में बाल कल्याण समिति को स्व विवेक से निर्णय लेने संबंधी निर्देश दिए थे। इसके बाद बीते गुरुवार को बच्चियों का आवश्यक दस्तावेज जमा करके, कुछ हिदायतों और शर्तों के साथ परिजन को सौंप दिया गया था।
यौन शोषण से जुड़ी पांच नाबालिग 14 जुलाई से समिति के संरक्षण में थी। हालांकि, बीते कुछ महीनों से परिजन बच्चियों को सौंपे जाने के लिए दबाव बना रहे थे। इसी बीच एक पीड़िता की बालिका गृह में तबियत बिगड़ने के बाद मौत होने से मामले ने तूल पकड़ लिया। मामला न्यायालय में होने से समिति ने बच्चियों को छोड़ने के संबंध में कोर्ट को प्रतिवेदन देकर उनसे मार्गदर्शन मांगा था।
कोर्ट ने इस संबंध में बाल कल्याण समिति को स्व विवेक से निर्णय लेने संबंधी निर्देश दिए थे। इसके बाद बीते गुरुवार को बच्चियों का आवश्यक दस्तावेज जमा करके, कुछ हिदायतों और शर्तों के साथ परिजन को सौंप दिया गया था।