न्यू मार्केट में लगी आग, 14 दुकानें जलकर हुईं खाक !

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mp03.in संवाददाता भोपाल
न्यू मार्केट में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। जिसकी चपेट में आने से करीब 14 दुकानें जलकर खाक हो गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची दो दर्जन दमकलों की मदद से करीब तीन घंटे बाद आग पर बमुश्किल काबू पाया जा सका।
टीटी नगर पुलिस के अनुसार रात सवा दो बजे टीटी नगर थाने की गश्त टीम घूम रही थी, तभी उसे न्यू मार्केट के मध्य में बहुत तेजी से धुआं उठता दिखा। इसके बाद पुलिस टीम सब्जी मंडी की दुकानों के पास पहुंची और थाना पुलिस के साथ फायर कंट्रोल को सूचना दी। जब मौके पर पुलिस पहुंची, तब आग दो से तीसरी दुकान को अपनी चपेट में ले चुकी थी। जिन दुकानों में आग लगी है, उसमें एक प्रेशर कुकर और अन्य गैस चूल्हा सुधारने वाली दुकान भी शामिल है। बताया जाता है कि उस दुकान में छोटे गैस सिलेंडर रखे थे, जिनमें आग लगने से ब्लॉस्ट हो गया। इसके बाद आग और भड़क गई। दुकानों में रखा सामान धू-धू कर जलने लगा। आग को बढ़ता देख नगर निगम के साथ ही भेल की फायर टीम को भी मौके पर बुलाना पड़ा। पुल बोगदा, माता मंदिर, भेल समेत अन्य जगहों से 25 गाडिय़ों को मौके पर भेजा गया। फायर टीम ने करीब 4 घंटे की मेहनत के बाद आग पूरी तरह सका। अग्निकांड में कपड़ों, जूतों और ब्यूटी सामान के अलावा जूतू- के बर्तन व अन्य सामान की दुकानें शामिल हैं। जिन्हें आग से काफी नुकसान हुआ है।
सभी दुकानों की छत सटी हैं
पुलिस ने बताया कि जिन दुकानों में आग लगी हैं, वे सभी दुकानें एक ही कतार में हैं। सभी की छतें आपस में जुड़ी हैं। बारिश के समय दुकानों के ऊपर पन्नी डाली गई थी। कुछ दुकानों की छत पर रद्दी सामान और पुराने फर्नीचर रखे होने से आग सभी दुकानों की छत को अपनी चपेट में ले लिया, इसके बाद दुकानें भी जलने लगीं। जिन दुकानों में लाग लगी हैं, उनमें जूतू-चप्पल, कपड़े, प्लॉस्टिक के बर्तन व अन्य सामान की दुकानें शामिल हैं।
पीछे से दुकानों में जाने के रास्ते नहीं
न्यू मार्केट में जिस स्थान की दुकानों में आग लगी, वहां संकरी गलियां होने के कारण बड़े दमकल वाहन पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सभी दुकानें एक ही कतार में थी और आपस में सभी के ऊपर डली पन्नियां और अन्य सामान सटे हाने के कारण एक दुकान से दूसरी दुकान आग की चपेट में आती चली गईं। आग को टीटी नगर पुलिस के गश्ती दल ने देखा था, इसके बाद फायर कंट्रोल को सूचना दी गई। रास्ता चौड़ा नहीं होने से दमकलों और पानी के टैंकरों को घटना स्थल तक पहुंचने में मुश्किल हुई। दो दर्जन दमकलों की मदद से काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग बुझाने के लिए भेल की फोम टेंडर को भी बुलाया गया था, ताकि आग पर तुरंत काबू पाया जा सके और अन्य दुकानों को आग से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि सभी दुकानें में आगे शटर बंद था। पीछे दूसरी दुकानों की दीवारें थी। दुकानों की आग बुझाने के लिए पीछे से जाने का कोई रास्ता नहीं था। दुकानों के शटर तोड़कर आग बुझाई गई।